अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने साल 2015 में पेरिस पर हुए हमले को लेकर एक बयान दिया है, जिसके बाद फ्रांस के लोग काफी ग़ुस्से में आ गए हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि यदि लोगों के पास बंदूकें होती तो साल 2015 में पेरिस पर हुए हमले रोके जा सकते थे। राष्ट्रपति ट्रंप ने हमलावर की नकल करते हुए कहा अपने एक हाथ से गोली चलाने का इशारा किया। जैसे हमलावरों ने मृतकों को एक-एक करके बुलाया और गोली मार दी। साल 2015 में हमलावरों ने लोगों पर सेमी-ऑटोमैटिक बंदूकों से अंधाधुंध गोलियां चलाईं थीं और विस्फ़ोटकों से भरी बेल्टों से धमाके किए थे।
ट्रम्प के इस बयान पर फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने गुस्से भरी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान में कहा है कि पीड़ितों को सम्मान के साथ याद किया जाना चाहिए। उनका कहना है की अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की पेरिस में 13 नवंबर 2015 को हुए हमलों के बारे में की गई टिप्पणी पर फ्रांस अस्वीकृति ज़ाहिर करता है और मृतकों को सम्मान से याद किए जाने की मांग करता है।
आपको बता दें की फ़्रांस में हुए इस सबसे बड़े हमले में हमलावरों ने बाटाक्लां कंसर्ट हॉल में आए रॉक फैंस पर हमला किया था और 89 लोगों को मार दिया था। इसके बाद हमलावर या तो मौके पर ही मारे गए थे या उन्हें सुरक्षाबलों ने गोली मार दी थी। एक संदिग्ध सालाह अब्देसलाम बच गए थे और अब फ्रांस की जेल में हैं।