तेलंगाना में असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) पिछले कई चुनाओ से 7 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करती है।व ओवैसी हैदराबाद लोक सभा से कई बार सांसद चुने जा चुके है इसने पिछले दिनों तेलंगना के बाहर भी पकड़ बनाई है। महाराष्ट्र में पार्टी के विधायक जीते हैं, ऐसे में अब पार्टी क़ाफी जगह पर मीम को फ़ैलाने में लगी है
असद ओवैसी की पार्टी को महाराष्ट्र में एक क़ाफी बड़े संघटन का साथ मिल गया है। महाराष्ट्र में पार्टी का गठबंधन एक ऐसी पार्टी से हो गया है जिससे कि इसे अब दलित वोट भी हासिल होंगे।

भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर और ओवैसी की AIMIM ने ये एलान किया है कि वो महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव साथ लड़ेंगे। इसको लेकर के दोनों दलों ने समझौता कर लिया है। देखा जाए तो दोनों ही पार्टियाँ महाराष्ट्र के चुनिंदा इलाक़ों में प्रभावी हैं, ऐसे में ये ज़रूर समझा जा सकता है कि इन इलाक़ों में ये चुनाव में अच्छा दख़ल देंगी.

आपको बता दें कि ओवैसी की पार्टी को पहले एक शहर की पार्टी कहा जाता था। ऐसा माना जाता था कि ये बस हैदराबाद शहर तक सीमित है लेकिन अब पार्टी धीरे धीरे अपना दायरा बढ़ा रही है। तेलंगाना बनने के बाद से ही ओवैसी की पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा मिल गया। आल इंडिया मजलिस ए इत्तिहादुल मुस्लिमीन ने महाराष्ट्र में भी सफलता दर्ज की और साथ ही उत्तर प्रदेश में भी क़रीबी मुक़ाबले किये.
कुल मिलाकर ओवैसी की पार्टी विस्तार कर रही है। कर्नाटक , बिहार और केरल जैसे राज्यों में पार्टी ने अपने संगठन बना लिए हैं।ओवैसी की पार्टी को मुसलमानों की पार्टी माना जाता है।एआईएमआईएम को अगर दलित वोट भी मिलता है तो ये पार्टी के लिए बड़ी बात होगी। लंबे समय से पार्टी ‘जय मीम जय भीम’ के नारे पर चलती है। ऐसे में अगर वाक़ई उसका जय भीम कामयाब होता है तो ये कई पार्टियों के लिए बड़ा झटका होगा.