नई दिल्ली: विनायक दामोदर सावरकर को लेकर अक्सर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच मतभेद होते रहे हैं। महाराष्ट्र में अब शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की सरकार है। ऐसे में कभी बिजेपी की सहयोगी रही शिवसेना अब सावरकर का नाम लेने से हिचकिचाती दिखाई देती है। लेकिन शिवसेना के ही नेता संजय राउत सावरकर के मुद्दे पर खुलकर बोलते हैं जिस वजह से सीए उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। संजय राउत ने एक बार फिर वीर सावरकर को लेकर कुछ ऐसा कहा जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है।
अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से संजय राउत ने मराठी भाषा में ट्वीट किया था, जिसका मतलब था- ‘वीर सावरकर न केवल महाराष्ट्र बल्कि देश के भी देवता हैं। सावरकर नाम में राष्ट्र अभिमान और स्वाभिमान है। नेहरू और गांधी की तरह, सावरकर ने स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया। ऐसे हर भगवान को सम्मानित किया जाना चाहिए। जय हिंद’
इस बीच संजय राउत के बयान पर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘राउत ने जिस संदर्भ में बयान दिया है, उन्होंने वह साफ कर दिया है। शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी अलायंस मजबूत है और हमलोग राज्य के विकास के लिए साथ आए हैं। हमलोगों के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन यही तो लोकतंत्र है। इतिहास के बावजूद हमलोगों को मौजूदा मसलों पर बातचीत करने की जरूरत है।’
आदित्य ठाकरे ने कहा कि संजय राउत के बयान से गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, “राउत ने जिस संदर्भ में बयान दिया है, उन्होंने वह साफ कर दिया है। शिवसेना-कांग्रेस का गठबंधन मजबूत है और हमलोग राज्य के विकास के लिए साथ आए हैं।”
राहुल ने कहा था- मैं माफी नहीं मांगूगा, मैं राहुल सावरकर नहीं
राहुल ने दिल्ली में भारत बचाओ रैली में कहा था- मैं राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी हूं। इसलिए किसी बयान पर माफी नहीं मांगूंगा। हालांकि, राहुल ने यह बात ‘रेप इन इंडिया’ वाले बयान पर भाजपा की ओर से माफी मांगने की मांग के जवाब में कही थी।