नई दिल्ली : किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है, इसे देशभर से समर्थन मिलने के साथ ही विदेशों से भी समर्थन मिल रहा है, हालांकि इस समर्थन को लेकर भी तमाम विवाद पैदा हो गया है.
अब किसान आंदोलन के नेता राकेश टिकैत ने भी इस पर टिप्पणी दी है, उनका कहना है कि वे रिहाना को नहीं जानते कि वो कौन है लेकिन अगर कोई विदेशी इस आंदोलन का समर्थन कर रहा है तो कुछ ले थोड़े ही जा रहा है.
ये भी पढ़ें : बजट के बाद महंगाई का झटका, कंपनियों ने बढ़ाए LPG सिलिंडर और पेट्रोल-डीजल के दाम
टिकैत ने आगे कहा है कि अभी किसान आगे की रणनीति पर काम कर रहे हैं, छह फरवरी को सभी किसान संगठन देशभर में छह घंटे का चक्का जाम करेंगे.
चक्का जाम के दौरान जो गाड़ियां आएंगी उनमें लंगर पानी सब देंगे और उन्हें बताएंगे कि ये सरकार किसानों के साथ क्या कर रही है, जिंद में सभी किसान तैयारी कर रहे हैं जब यहां जरूरत होगी तब वे आएंगे.
ये भी पढ़ें : प्रियंका गांधी के काफिले में गाड़ियां आपस में टकराई, कोई घायल नहीं
दिल्ली में लगाई गई कीलों को लेकर टिकैत ने कहा कि दिल्ली अलग क्षेत्र है एनसीआर तो मुजफ्फरनगर तक है, दिल्ली में तो राजा ने अपने आप ही किलेबंद कर ली हमें तो जरूरत ही न है.
किसान अनाज बो रहे हैं लेकिन सरकार कील बो रही है, बैकफुट पर तो सरकार है किसान कहां हैं, गांव से दो ट्रैक्टर एक बार आ गए फिर चले गए, फिर दो ट्रैक्टर आ गए फिर चले गए, इस बार सरकार की कील काटकर जाएंगे.
वहीं पीएम मोदी के फोन कॉल को लेकर टिकैत ने कहा कि वो कौन सा नंबर है उस पर बात कर लेंगे लेकिन हमारे बहुत लोग गायब हैं अभी मिल नहीं रहे हैं.