केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सर्वाधिक अत्याधुनिक स्काई यूटीएम को लॉन्च किया है।
उन्होंने इस मौके पर कहा कि उनका मंत्रालय जल्द ही वास्तविक समय की निगरानी और राजमार्ग निर्माण में तेजी लाने के लिए तैनात किए जाने वाले ड्रोन स्टार्ट- अप्स से भागीदारी आमंत्रित करेगा और सड़क दुर्घटनाओं पर भी नजर रखेगा। इस अभियान को अंजाम देने के लिए मंत्रालय जल्द ही निविदा जारी की जाएंगी।
गडकरी ने मंगलवार रात यहां स्काई यूटीएम लॉन्च के मौके पर निर्माण, इंफ्रा और राजमार्ग क्षेत्र में नयी तकनीकों को लागू करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह भारतीय ड्रोन स्टार्ट-अप्स के लिए सॉफ्टवेयर जैसे उद्योग का नेतृत्व करने का समय है।
उन्होंने कहा कि स्काई यूटीएम, मानवरहित एयर ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम- स्काई यूटीएम है जो प्रति घंटे 4,000 उड़ानें और प्रतिदिन 96,000 उड़ानें संभालने में सक्षम है। इस सॉफ्टवेयर में यूटीएम टनल सहित कई नये और इनोवेटिव ऑटोमेटेड एयर ट्रैफिक कंट्रोल फीचर्स दिए गए हैं।
आगे उन्होंने कहा कि ड्रोन भविष्य की तकनीक है और यह अपार क्षमता वाला है। ड्रोन गतिविधियों को बेहद कुशल और लागत प्रभावी बनाते हैं। निर्माण, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, रक्षा, बुनियादी ढांचा, सर्वेक्षण, रियल एस्टेट और परिवहन से लेकर सभी क्षेत्रों में ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। ड्रोन कंपनियां राजमार्गों और सड़क निर्माण की निगरानी भी करेंगी। अनेक शोध हो रहे हैं, जो निश्चित रूप से इसके उपयोग को बढ़ाने में मदद करेंगे।
स्काईएयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंकित कुमार ने इस अवसर पर एरियल ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की जरूरतों और इसकी उपयोगिता के बारे में कहा, एटी कंट्रोलर्स के साथ बातचीत करने वाले पायलटों को किसी भी परिस्थिति में प्रतिक्रिया करने में कुछ समय लगता है, जिससे पारंपरिक विमानन और ट्रैफिक प्रबंधन में त्रुटि की संभावना बढ़ जाती है।