राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली में शनिवार को सामने आए कोविड-19 के 186 मामलों को देखकर लगता है कि अब दिल्ली में कोरोना वायरस तेजी से फैलना शुरू हो गया है। यहां तेजी से कंटेनमेंट जोन भी बढ़ रहे हैं। हालांकि, स्थिति अभी नियंत्रण में है।
सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि जिन जगहों पर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिग के नियमों का पालन किया है, वहां पर इसके मामलों में काफी हद तक सुधार देखने को मिल रहा है। इसे नियंत्रण करने में लॉकडाउन का भी अहम योगदान है।
सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली कोरोना वायरस की सबसे मुश्किल लड़ाई लड़ रही है। विदेशों से आने वाले लोगों ने यहां कोरोना फैलाया है। इसमें मरकज का भी बड़ा योगदान रहा है।
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राजधानी दिल्ली में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 186 नए मामले सामने आने के साथ यहां कोविड-19 मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1900 के करीब पहुंच गई।
वहीं,दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल कहा था कि राजधानी में पिछले तीन दिनों में कोरोना संक्रमण के मामलों में मामूली कमी आई है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा देर शाम को जारी बुलेटिन के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में 186 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1893 हो गए। साथ ही, एक संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 43 हो गई।
इससे पहले दिन में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि शुक्रवार को 2,274 नमूनों में से केवल 67 नमूने जांच में पॉजिटिव पाए गए।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले तक रोजाना 180 से 350 के बीच नए मामले सामने आ रहे थे, जो चिंता का विषय था। केजरीवाल ने कहा कि पिछले तीन दिनों में कोरोना के मरीजों की संख्या में मामूली कमी आई है।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारती जनता पार्टी ने कहा है कि जो हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन हैं उनमें ढील फिलहाल नहीं दी जानी चाहिए। दिल्ली में 11 जिले हैं और 11 के 11 जिले हॉटस्पॉट घोषित किए गए हैं।
बीजेपी के मुताबिक कंटेनमेंट जोन में ढील नहीं दी जा सकती है, इसलिए अब दिल्ली में तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए 20 अप्रैल से लॉकडाउन के नियमों में कोई ढिलाई नहीं दी जाएगी। एक सप्ताह बाद इसकी समीक्षा की जाएगी, यदि तब तक हालात सुधरते हैं तो ढिलाई देने पर विचार किया जाएगा।