लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे ही वैसे राज्य की राजनीति में एक के बाद एक नए रंग देखने को मिल रहे हैं। अभी तक समाजवादी पार्टी की सहयोगी रही निषाद पार्टी ने शनिवार को पाला बदल लिया है। निषाद पार्टी शनिवार को एनडीए गठबंधन में शामिल हो गई। पार्टी प्रमुख संजय निषाद ने कहा कि, यूपी के सीएम ने कल मुझे आश्वासन दिया कि हमारी शिकायतों को सुना जाएगा और उसका निपटारा किया जाएगा। निषाद पार्टी अपने चिन्ह के साथ चुनाव लड़ेगी। एनडीए यह फैसला लेगा कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा।
निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद और गोरखपुर से सांसद (सांसद) प्रवीण निषाद शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के लिए नई दिल्ली रवाना हो गए हैं। संजय निषाद ने कहा, हम अमित शाह से मिलने और मेरी पार्टी के मुद्दों के बारे में बताने के लिए दिल्ली जा रहे हैं। यह एक बड़ी पार्टी है और उनके तहत छोटी पार्टियों की आवाज़ सुनी जाती है।
संजय ने कहा कि भाजपा प्रमुख से बातचीत के बाद हमारे बीच सीट बंटवारे पर चर्चा होगी। दूसरी ओर, प्रवीण निषाद ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने पिछले साल सपा और बसपा के साथ गठबंधन किया था, लेकिन तब से उनकी उपेक्षा की जा रही है। शुक्रवार को निषाद पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सपा-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन के साथ संबंध तोड़ दिए थे। इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की थी।
बता दें कि, शुक्रवार को संजय निषाद ने कहा था कि, अखिलेश यादव कह रहे हैं कि वह हमारी सीटों की घोंषणा करेंगे। लेकिन वह हमारी पार्टी का नाम पोस्टर और पत्रों में शामिल नहीं कर रहे हैं। इससे पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी और कोर कमेटी के लोग काफी आहत हैं।