11 साल पहले हैदराबाद में हुए मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में फैसला सुनाने के कुछ घंटों बाद एनआईए जज रविंद्र रेड्डी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे की अभी तक किसी ने अधिकारिक पुष्टि नहीं की है। लेकिन उन्होंने अपने इस्तीफे में निजी कारणों का हवाला दिया है और इस्तीफा देने के बाद वह लंबी छुट्टी पर भी चले गए हैं।
NIA जज ने मक्का मस्जिद केस में इतना बड़ा फैसला सुना कर उनके अचानक दिए गए इस इस्तीफे ने सब को चौंका दिया है। हालांकि उनके इस्तीफे के बारे में तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। वहीँ जज रेड्डी के अचानक इस्तीफे पर हैदराबाद से सांसद और AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी हैरानी जताई है, और उन्होंने कहा कि उनका इस्तीफा हैरान करने वाला है और संदेह भी पैदा करता है।
वहीँ इससे पहले भी कोर्ट ने फैसले पर उन्होंने आरोप लगाया कि मक्का मस्जिद विस्फोट मामले को एनआईए ने सही तरीके से अदालत में नहीं रखा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में अधिकतर गवाह जून 2014 के बाद से मुकर गए। एनआईए ने या तो मामले को ठीक तरीके से अदालत में नहीं रखा जैसा कि उससे उम्मीद की जा रही थी या वह राजनीतिक दबाव में काम कर रही थी।
आपको बता दें की 2007 में हैदराबाद की ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में हुए ब्लास्ट मामले में जुमे की नमाज के दौरान हुए धमाके के मामले में सोमवार को एनआईए की विशेष कोर्ट ने फैसला सुनाया। इस मामले में असीमानंद समेत सभी 5 आरोपियों को बरी कर दिया गया। 18 मई 2007 को हुए इस धमाके में करीब 9 लोगों की मौत हुई थी, वहीं 58 लोग घायल हुए थे।