नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जिस तरह के टेस्ट क्रिकेट का मुजायरा किया है उसको एक शब्द में निर्मम कहा जा सकता है। जिस तरह से टीम इंडिया ने प्रोटियाज टीम को हर क्षेत्र में घुटने टेकने पर मजबूर किया है उसके लिए विराट कोहली एंड कंपनी बधाई की पात्र है। अपने घर में भारत इस समय अपराजेय नहीं बल्कि अजेय दिखाई दे रहा है। टेस्ट सीरीज के दोनों मैच जीत चुकी टीम इंडिया इस बार रांची का मैदान भी मारने की पूरी तैयारी कर चुकी है।
भारत ने रांची टेस्ट की पहली पारी 9 विकेट पर 497 रन बनाकर घोषित कर दी। इस पारी में रोहित शर्मा ने 255 गेंदों पर 28 चौकों और 6 छक्कों की बदौलत 212 रन बनाए। इसके अलावा अजिंक्य रहाणे ने भी 115 रनों का योगदान दिया। जबकि रविंद्र जडेजा ने भी 51 रन बनाए। रोहित के प्रलंयकारी दोहरे शतक के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने टेस्ट इतिहास का ऐसा कारनामा दोहरा दिया है जो अब तक केवल एक ही बार हुआ था और यह है तीन लगातार टेस्टों में लगातार तीन दोहरे शतक बनाने का रिकॉर्ड।
रोहित के दोहरे शतक साथ ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की ओर से तीन दोहरे शतक लग चुके है। विशाखापट्टनम टेस्ट में मयंक अग्रवाल ने दोहरा शतक ठोका था। पुणे में विराट कोहली ने और रांची में हिटमैन रोहित शर्मा ने डबल सेंचुरी ठोक दी। 1955-56 के बाद पहली बार भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने एक साल में तीन दोहरे शतक बनाए हैं। 1955-56 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने ये रिकॉर्ड कायम किया था।
रोहित शर्मा टेस्ट और वन-डे इंटरनेशनल दोनों में 200+ का स्कोर करने वाले चौथे बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और क्रिस गेल यह कारनामा कर चुके हैं। साथ ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 12 साल बाद 500 से अधिक रन बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। रोहित से पहले वीरेंद्र सहवाग ने ये कमाल किया था।