बड़ा गांव/ मेरठ: अभी हाल ही में 25 अगस्त को मेरठ की परीक्षितगढ़ पुलिस ने पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी को गौकशी के मामले मे जेल भेज दिया।बड़ा गांव मे मुनेश्वर के खेत मे नील गाय एंव गौवंश के अवशेष मिले थे।
अज्ञात मे मामला दर्ज हुआ, पुलिस ने ज़ाकिर को हिरासत मे लिया खेत।अज्ञात मे मामला दर्ज हुआ, पुलिस ने ज़ाकिर को हिरासत मे लिया, खेत मालिक ने उसे बेगुनाह बताया लेकिन मेरठ पुलिस ने उसका चालान कर दिया और जेल में डाल दिया।
आपको बता दें कि बड़ा गांव से ज़ाकिर का अचानक से मुखबिर की सूचना पर उठ जाना कहीं ना कहीं ग्राम प्रधान बड़ा गांव पर सवाल खड़े कर रहा है, ग्राम प्रधान की इसमें पूरी तरह से सांठ गांठ लग रही है, जैसा कि सूत्रों से पता चला है कि कहीं ना कहीं इसमें ग्राम प्रधान बड़ा गांव का ही हाथ है।
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आपको यह भी बताते चलें कि गांव से दो लड़के को उठाया गया है, ग्राम प्रधान ने भी लड़के को बचाने की बिल्कुल भी कोशिश नहीं की, गांव से लड़के को उठा ले जाना बहुत ही शर्म की बात है, ग्राम प्रधान से बिना पूछे पुलिस लड़के को कैसे अपनी हिरासत में ले सकती है।
ज़ाकिर अली त्यागी, जो कि एक सोशल एक्टिविस्ट और पत्रकार भी है, क्या एक क़लम का सिपाही ये गाय काटने जैसा घिनौना काम कर सकता है? जी नहीं बिल्कुल भी नहीं, उधर ग्रामीण व स्थानीय लोगों का कहना है कि इसमें ग्राम प्रधान की पूरी पूरी साज़िश लग रही है।
अन्यथा ग्राम प्रधान को चाहिए था कि ज़ाकिर अली त्यागी को छुड़वाकर मामले को रफा दफा कर देना चाहिए था, जो प्रधान ने नहीं किया। इसमें बड़ा गांव के प्रधान की साफ तौर पर लापरवाही दिखाई पड़ रही है।