नई दिल्ली: महाराष्ट्र में बीजेपी और अजित पवार की सरकार बनने के बाद एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले में न्यायालय सोमवार को अगली सुनवाई करने वाला है, इस बीच बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट की एक टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि अजित पवार ही एनसीपी विधायक दल के नेता हैं और उन्हें सदन में वोट करने के लिए व्हिप जारी कर सकते हैं। बीजेपी ने विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना का खेल खत्म हो चुका है। बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि, शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस का प्लान कभी कामयाब नहीं होगा क्योंकि अजित पवार एनसीपी विधायकों को व्हिप जारी कर सकते हैं।
मालूम हो कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे उन प्रमुख लोगों में शुमार हैं जिन्हें भाजपा ने किसी भी कीमत पर देवेंद्र फडणवीस सरकार के लिए बहुमत का बंदोबस्त करने के मोर्चे पर लगाया है। भाजपा कोटे से राज्यसभा सांसद राणे को इस मोर्चे पर लगाने की वजह यह है कि वह शिवसेना और कांग्रेस में लंबे समय तक रह चुके हैं। दोनों दलों में आज भी वरिष्ठ नेताओं से लेकर विधायकों तक से राणे के निजी रिश्ते हैं। कांग्रेस के नेताओं से भी उनके अच्छे संबंध माने जाते हैं।
राणे सार्वजनिक रूप से कहते रहे हैं, “मेरे दोस्त हर जगह हैं। शिवसेना में उद्धव और कांग्रेस में अशोक चव्हाण को छोड़कर सब मेरे दोस्त हैं।” यह चर्चित बयान उन्होंने वर्ष 2017 में कांग्रेस छोड़ते वक्त दिया था। वह अजित पवार के सहयोग से फडणवीस के नेतृत्व में बनी सरकार के लिए बहुमत का ‘जुगाड़’ कर भाजपा से राज्यसभा सीट मिलने का कर्ज उतारना चाहते हैं। वर्ष 2018 में गठबंधन सहयोगी शिवसेना के भारी विरोध के बावजूद भाजपा ने उन्हें अपने कोटे से राज्यसभा भेजा था। वहीं, विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष का विलय कर देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें भाजपा में शामिल किया था।