कोटा के रहने वाले और मुंबई में बतौर साइंटिस्ट कार्य कर रहे मुर्तजा अली ने पुलवामा हमले में शहीद के परिवारवालों को 110 करोड़ रुपये मदद की पेशकश की है।उन्होंने इस बाबत पीएमओ को पत्र लिखा है व जल्द ही उनकी पीएम से मुलाकात होने वाली है।
उन्होंने कागज़ी कार्रवाई पूरी कर ली है।पुलवामा के शहीदों को यह व्यक्तिगत तौर पर सबसे बड़ी मदद है।मुर्तजा यह राशि अपनी टैक्सेबल आय से देंगे.
मूर्तजा दिव्यांग हैं. वे जन्म से नेत्रहीन हैं.कुछ फीसद ही उनकी आंखें कार्य करती है। उन्होंने कोटा के कॉमर्स कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है. उनका ऑटो मोबाइल का पुश्तैनी बिजनेस था लेकिन एक घटना ने उनकी जिंदगी बदल दी।वे जब एक कार्य से जयपुर गए। वहां एक पेट्रोल पंप पर जब वे पेट्रोल लेने पहुंचे तो उसी दौरान एक युवक ने मोबाइल रिसीव किया और आग लग गई। इसका कारण जानने के लिए उन्होंने स्टडी शुरू की।
इस तरह उन्होंने फ्यूल बर्न रेडियेशन टेक्नोलॉजी का अविष्कार किया। इस टेक्नोलॉजी के जरिए जीपीएस, कैमरा या अन्य किसी उपकरण के बगैर ही किसी भी वाहन को ट्रेस किया जा सकता है। इस अविष्कार को एक कंपनी से करार से उन्हें जो रकम मिली है उसे उन्होंने देश के शहीद परिवार को समर्पित करने का निर्णय लिया है।
पहले बिहार के शेखपुरा की ज़िलाधिकारी इनायत खान का दो शहीदों की बेटियों को गोद लेना और अब मुर्तज़ा अली द्वारा 110 करोड़ रूपय की सहायता शहीदों के परिवारों को दिया है।