नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की शुक्रवार को मुलाकात हुई है। दोनों की नेताओं को इस चुनाव में भाजपा की ओर से टिकट नहीं दिया गया है, जिसको लेकर दोनों नाराजगी जता चुके हैं। दोनों नेताओं को पार्टी अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रवैये से खफा बताया जाता है। ऐसे में इन दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद कई तरह के कयास राजनीतिक गलियारों में लगाए जा रहे हैं।
मुलाकात को लेकर कई अटकलें
मुरली मनोहर जोशी शुक्रवार को आडवाणी से मिलने पहुंचे तो कई तरह की अटकलें शुरू हो गईं। आडवाणी से मुलाकात करने जोशी उनके घर पहुंचे। मुलाकात के दौरान क्या चर्चा हुई। इसको लेकर इन दोनों नेताओं की ओर से तो कुछ नहीं कहा गया लेकिन इस पर चर्चा ना सिर्फ राजनातिक गलियारों में बल्कि बीजेपी के भीतर भी शुरू हो गईं।
भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शुमार लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का टिकट काट दिया है। आडवाणी ने टिकट कटने पर नाराजगी जताई कि ऐसा करने से पहले पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उनसे संपर्क भी नहीं किया। आडवाणी ने ब्लॉग लिखकर भी इशारे में जरूर नरेंद्र मोदी और अमित शाह को निशाने पर लिया है। वहीं मुरली मनोहर जोशी ने अपने बयान में साफतौर पर अपनी नाराजगी जताई है। आडवाणी गुजरात के गांधीनगर तो जोशी उत्तर प्रदेश की कानपुर सीट से सांसद हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शुमार लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का टिकट काट दिया है। आडवाणी ने टिकट कटने पर नाराजगी जताई कि ऐसा करने से पहले पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उनसे संपर्क भी नहीं किया। आडवाणी ने ब्लॉग लिखकर भी इशारे में जरूर नरेंद्र मोदी और अमित शाह को निशाने पर लिया है। वहीं मुरली मनोहर जोशी ने अपने बयान में साफतौर पर अपनी नाराजगी जताई है। आडवाणी गुजरात के गांधीनगर तो जोशी उत्तर प्रदेश की कानपुर सीट से सांसद हैं।