भाजपा के एक सांसद ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में लगी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर ऐतराज़ जताया है। उन्होंने एएमयू को पत्र यह स्पष्ट करने को कहा है कि वहां मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर क्यों लगाई गई है। सांसद के इस पत्र के बाद विवाद उत्पन्न हो गया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब कुछ दिन पहले एक छात्र ने विश्वविद्यालय परिसर में आरएसएस की शाखा लगाने की मांग की थी।
कुलपति तारिक मंसूर को सोमवार लिखे अपने पत्र में अलीगढ़ से सांसद सतीश गौतम ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्रसंघ के कार्यालय की दीवारों पर पाकिस्तान के संस्थापक की तस्वीर लगे होने पर आपत्ति जताई है।
इस मामले में केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों और प्रशासन से इस मुद्दे का संवेदनशील समाधान निकालने की अपील की है। इस विवाद पर नकवी ने आजतक से खास बातचीत की।
जिसमें उन्होंने कहा है कि जिन्ना भारतीय मुसलमानों और हिंदुस्तान के आदर्श नहीं हैं। यह एक संवेदनशील मुद्दा है, इसमें किसी तरह का विवाद करके संवेदनशीलता को खराब करने की जरूरत नहीं है। नकवी ने कहा, मुझे पूरा यकीन है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों और प्रशासन की राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता।
छात्र संघ के फोटो लगे रहने के तर्क पर नकवी ने कहा कि 1938 के बाद देश के अंदर बहुत कुछ बदला है. जो लोग तर्क दे रहे हैं उनको इस बात का एहसास करना चाहिए।
इस पर केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे का प्रशासन और छात्र मिलकर समाधान करेंगे। उन्होंने कहा, हम सभी चाहते हैं कि इसका समाधान जल्दी से जल्दी होना चाहिए।