


आज हम आपको आखिरी नबी हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बारे में ऐसी बात बताने जा रहे हैं, जिसे हर किसी को जानना चाहिए. आपको बता दें कि हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के आने से पहले पूरी सऊदी अरब में जहालत का दौर था और लोग एक दूसरे के साथ बेहद गलत तरीके से पेश आया करते थे. इसके बाद जब हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम आये तो उन्होंने इंसानों को इंसानियत सिखाई और गैर बराबरी भी मिटाई.
नबी की सीरत ऐसी थी कि उनके दुश्मन भी जब उनके पास आते थे तो उनकी बातों से इस कदर मुतास्सिर हो जाया करते थे कि इस्लाम कबूल लिया करते थे. हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने हमेशा से सही रास्ता लोगों को दिखाया और बताया कि खुदा एक है और उसकी की हमें इबादत करनी चाहिए बाकी किसी की भी नहीं. उन्होंने बुत परस्ती को गलत बताया और उसका विरोध किया. इतना ही नहीं, उनके आने से पहले सऊदी अरब में महिलाओं के साथ बेहद गलत बर्ताव किया जाता था.
लेकिन इस्लाम के आने के बाद महिलाओं और लड़कियों को बराबरी का दर्जा दिया गया और लोगों को उनके हुकूक के बारे में पता चला.एक बार का वाकया है कि एक मर्तबा नबी ने एक यहूदी से कुछ पैसे उधार लोए थे. लेकिन वक़्त से पहले ही वह यहूदी आपसे पैसे मांगने चला आया. इस दौरान वह बढ़ी ही बदतमीज़ी से पेश आया. यह सब कुछ हज़रत उमर देख रहे थे और उन्हें ज़ाहिर सी बात है कि गुस्सा आ गया.
बाद इसके उन्होंने यहूदी को डाँटा लेकिन नबी ने उन्हें रोक दिया. नबी ने कहा कि इसे इसके पैसे दे दो और कुछ ज्यादा पैसा देना आपने इसे डाटा हैं. कहने का मतलब यह है नबी ने हर किसी से मुहब्बत से पेश आये तो अखलाक बेहतर करने को कहा.