राहुल गांधी ने मंच से न्यूनतम आमदी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ऐतिहासिक काम करने जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने फैसला किया है कि केंद्र में सरकार बनने के बाद वह गरीबों के खाते में 72 हजार रुपये सलाना देगी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर व्यक्ति के लिए 12 हजार रुपये न्यूनतम आमदनी की गारंटी देगी। राहुल गांधी ने कहा कि इस योजना के जरिए कांग्रेस पार्टी ने गरीबी के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार और अरुण जेटली जी सवाल पूछ रहे हैं कि ‘न्याय’ योजना के लिए इतने पैसे कहां से आएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि जिस तरह से मोदी सरकार ने चंद उद्योगपतियों को लाखों करोड़ रुपये दे दिए, हम गरीबों को ‘न्याय’ योजना के जरिए हर साल 72 हजार रुपये देकर दिखाएंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी के जरिए मोदी सरकार ने छोटे व्यापारियों और आम जनता पर हमला किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की वजह से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी जी ने कहा था कि कालेधन को खत्म करने के लिए नोटबंदी का फैसला लिया गया था।
राहुल गांधी ने कहा कि हकीकत यह है कि नोटबंदी के दौरान बीजेपी और उससे जुड़े नेताओं ने नोटबंदी के दौरान अपने कालेधन को बदल लिया। उन्होंने कहा कि गुजरात के एक बैंक में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने करोड़ों के पुराने नोट बदल लिए।
चंद उद्योगपतियों का मोदी जी ने लाखों करोड़ रुपये माफ किया, किसानों का एक रुपया भी नहीं: राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने चंद उद्योगपतियों के लाखों करोड़ रुपये माफ कर दिए, लेकिन किसानों का एक रुपया भी माफ नहीं किया। उन्होंने कहा मोदी जी सिर्फ वादे करते हैं, कुछ नहीं करते। राहुल गांधी ने कहा कि हाल ही में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में हमने आपसे कर्जमाफी का वादा किया था, जैसे ही सरकार बनी हमने कर्जमाफी कर अपना वादा पूरा कर दिया।