उत्तर प्रदेश में खनन घोटाले मामले में सीबीआई ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से पूछताछ करने की बात कही है। सीबीआई द्वारा अखिलेश यादव को घेरे जाने पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
मायावती ने कहा कि अखिलेश के खिलाफ राजनीतिक विद्वेष से सीबीआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। बीजेपी राजनीतिक फायदे के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के लिए इस तरह की घिनौनी राजनीति कोई नई बात नहीं है, बल्कि यह उनका पुराना हथकंडा है। जिसे देश की जनता अच्छी तरह से समझती है। इसका खामियाजा आने वाले लोकसभा चुनाव में भुगतने के लिये बीजेपी को तैयार रहना चाहिये।

मायावती ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन की ख़बरों से बीजेपी बौखला गई, वह इसे रोकने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है। इसके साथ ही मायावती ने अखिलेश यादव से फोन पर बात कर कहा कि बीजेपी के इस कारनामे का जनता सूद समेत बदला लेगी। उन्होंने अखिलेश से कहा कि बीजेपी सरकार के इस प्रकार के साम, दाम, दण्ड, भेद वाले हथकण्डों से घबराने की कोई जरूरत नहीं। जनता बीजेपी को इसका करारा जवाब आने वाले समय में जरूर देगी।
इससे पहले सपा नेता राम गोपाल यादव ने संसद परिसर में कहा कि अभी सपा-बसपा का गठबंधन नहीं हुआ है, उससे पहले ही सरकार ने सीबीआइ के तोते के साथ गठबंधन कर लिया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव से पहले CBI का दुरुपयोग किया जा रहा है। साथ ही राम गोपाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी और उनके सहयोगी अगर सड़क पर आएंगे तो भाजपा का सड़क पर चलना मुश्किल हो जाएगा।
बता दें कि कथित खनन घोटाला मामले में सीबीआई ने 5 जनवरी को लखनऊ में आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला के घर पर छापा मारा था।
सीबीआई ने 2012 से 2016 के बीच बुंदेलखण्ड में अवैध खनन के मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर चंद्रकला समेत 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। तब अखिलेश यादव के पास खनन मंत्री का भी प्रभार था। सीबीआई ने कह चुकी है कि उस दौर में जो भी जिम्मेदार मंत्री थे, उनकी भूमिका की जांच होगी।