नई दिल्ली। बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे उम्मीदों के अनुरूप नहीं है। चुनाव परिणाम में भाजपा और सहयोगी दलों की बड़ी जीत और सपा-बसपा गठबंधन के महज 16 सीटों पर सिमटने को लेकर मायावती ने कहा कि ये नतीजे लोगों की भावनाओं के खिलाफ हैं। गुरुवार को जारी किए गए चुनाव परिणामों में भाजपा और सहयोगी दलों को जीत मिली है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि जब देश की सभी संस्थाएं सरकार के सामने घुटनों पर हैं। ऐसे में जरूरी है कि जनता एक स्टैंड ले। बता दें कि उत्तर प्रदेश में बसपा को 11 सीटों पर जबकि सपा को महज चार पर जीत मिलती नजर आ रही है।
बता दें कि 17 वीं लोकसभा के लिए हुए आम चुनाव के नतीजों का आज ऐलान किया जा रहा है। देशभर की 542 सीटों के लिए आज वोटों की गिनती हो रही है। चुनावों में भाजपा और उसके सहयोगियों को स्पष्ट बहुमत मिल रहा है। एनडीए करीब 350 सीटों पर बढ़त बनाए हुआ है। जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगी 100 और अन्य भी 100 सीटों पर सिमटते नजर आ रहे हैं। 11 अप्रैल से 18 मई तक सात चरणों में वोट डाले गए थे।
मालूम हो कि उत्तर भारत के पंजाब में कांग्रेस ने मोदी लहर की धार को कुंद करते हुए राज्य की 13 में से 8 सीटों पर कब्जा कर लिया है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आक्रामकता के साथ चुनाव प्रचार किया था। अपने उम्मीदवारों की जीत की गारंटी लेते हुए उन्होंने ऐलान किया था कि अगर पंजाब में कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहेगा तो वे कांग्रेस से इस्तीफा दे देंगे।
वहीं 10 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले शिरोमणि अकाली दल मात्र भटिंडा और फिरोजपुर की सीट जीत पाई है, जबकि 3 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी के हिस्से में सिर्फ एक ही सीट आई है। पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल और उनकी पत्नी हरसिमरत कौर बादल बमुश्किल जीत दर्ज कर पाए हैं, जबकि बाकी उम्मीदवारों के हाथ सिफर लगा है। वहीं अभिनेता से नेता बने सनी देओल ने गुरदासपुर से बीजेपी के उम्मीदवार के तौर पर बाजी मारी है। उन्होंने यह सीट मौजूदा कांग्रेस सांसद सुनील जाखड़ से जीती है।