मुस्लिम समाज के मशहूर धर्म गुरु और जाने-माने स्कॉलर तारिक जमील को लाहौर के अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। बताया जा रहा है कि उनके सीने में दर्द की शिकायत के बाद डॉक्टरों ने उनकी एंजियोग्राफी करने की बात कही है। बताया जा रहा है कि तारीक जमील की तीनों नाड़ियों में ब्लॉकेज होने के कारण उनकी एंजियोप्लास्टी की गई है जिसके बाद वह अब खतरे से बाहर हैं।
खबर के मुताबिक मंगलवार को उनकी छाती में दर्द होने के साथ-साथ सांस लेने में दिक्कत हुई थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में लाया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक एनजीओ प्लास्टिक के जरिए तारिक जमील की ब्लॉक्ड नाड़ियों में स्टेंट डाल दिया गया है जो कि अब उनके खून के प्रवाह को आसानी से बरकरार रखेगा बताया जा रहा है कि तारिक जमील हाल ही में कनाडा से पाकिस्तान लौटे थे यहां पर वह धर्म के प्रचार के लिए गए हुए थे।

आपको बता दें कि वह तबलीगी जमात ग्रुप के साथ जुड़े हुए हैं और हमेशा आत्मिक शुद्धता और हिंसा के खिलाफ रहने का प्रचार करते हैं। मौलाना तारिक जमील ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पाकिस्तान से की है और इसके बाद उन्होंने लाहौर के मेडिकल कॉलेज से अपनी अगली पढ़ाई की लेकिन तबलीगी जमात के साथ जुड़ने के बाद उन्होंने अपना फोकस चेंज कर लिया और इस्लामिक एजुकेशन की तरफ रुख किया उन्होंने जामिया अरेबिया से इस्लामिक एजुकेशन ली है।

आपको बता दें कि 2019 की ‘दुनिया के 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमानों’ की सूची में वह 40 वें स्थान पर रहे हैं। इससे उनकी लोकप्रियता का अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं। पूरी दुनिया मे मौलाना तारिक़ जमील की तक़रीरों को पसंद किया जाता है। मुस्लिम समाज में मौलाना तारिक जमील एक क्रांतिकारी नाम की तरह देखा जाता है। जिसने सैकड़ों लोगों की ज़िंदगी को बदलने का काम किया है।