गुजरात चुनाव में बीजेपी के कई दिग्गज इस बार चुनावी मैदान से हटते दिख रहे हैं। पूर्व सीएम विजय रूपाणी के साथ पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। उनका कहना है कि वो बीजेपी कैंडिडेट्स की जीत के लिए काम करेंगे। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा, “मैंने सभी के सहयोग से पांच साल सीएम के रूप में काम किया।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इस बार मैं विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ूंगा। अपने बयान में उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में नए लोगों और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है और इसके संबंध में मैंने चिट्ठी लिखकर दिल्ली को अवगत भी करा दिया है। पूर्व सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति जिस किसी नेता को प्रत्याशी के तौर पर चयन करेगी, हम उनको जिताने का प्रयास करेंगे।
विजय रुपाणी सरकार के मंत्री मंडल में शिक्षा और राजस्व मंत्री रहे भुपेन्द्र सिंह चुडासमा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसी के साथ गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने भी चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल जो कि बोटाद से विधायक हैं वह भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। भावनगर से विधायक और रुपाणी सरकार में मंत्री रहे विभावरी बेन दवे भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। रुपाणी सरकार के मंत्री कौशिक पटेल, वल्लभ काकडिया और योगेश पटेल भी चुनाव नहीं लड़ेंगे।
गुजरात के 2017 विधानसभा चुनाव के कड़े मुकाबले में बीजेपी ने 99 और उसकी मुख्य प्रतिंद्वद्वी कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थीं। इसके बाद कांग्रेस के कई विधायकों के दल बदलने के कारण विधानसभा में बीजेपी के सदस्यों की संख्या 111 हो गई और इसकी संभावना कम ही है कि बीजेपी सभी मौजूदा विधायकों को दोबारा टिकट देगी।