नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि टीएमसी के कई विधायक जल्दी ही पार्टी छोड़ सकते है। घोष ने कहा है कि जब ये दिख रहा है कि सरकार गिर सकती है तो फिर कौन पार्टी में रहेगा। इससे पहले भी घोष ने कई टीएमसी विधायकों के संपर्क में होने की बात कही थी। उन्होंने टीएमसी सरकार के गिर जाने की भी बात कही थी।
भाजपा विधायकों और सांसदों के संपर्क में होने के सवाल पर घोष ने कहा, टीएमसी के कई विधायकों और सांसदों ने पहले मुझसे संपर्क किया था। अब ये और बढ़ेगा, जब ये दिख रहा हो कि सरकार गिर सकती है तो फिर लोग छोड़ेंगे ही। आखिर डूबते जहाज में कौन रुकेगा।
चुनाव में हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि हिंसा के लिए टीएमसी कार्यकर्ताओं जिम्मेदार हैं, उनको सरकार ने बवाल करने की छूट दे रही है लेकिन अब भाजपा कार्यकर्ता भी जवाब देगा। घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस हार स्वीकार करने को तैयार नहीं है। उसे नतीजों को सही भावना के साथ स्वीकार करना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस अगर हिंसा का इस्तेमाल हमारे कार्यकर्ताओं को डराने के लिए करेगी तो हम उसी तरह से उन्हें जवाब देंगे। हम जैसे को तैसे की नीति अपनाएंगे। बता दें कि चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा की घटनाएं हुई हैं।
पश्चिम बंगाल की 42 सीटों पर हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 22, भाजपा को 18 और कांग्रेस को 2 सीटों पर जीत मिली है। पश्चिम बंगाल के इतिहास में ये पहली बार है जब राज्य में भाजपा को इतनी ज्यादा सीटें मिली हों। सूबे में टीएमसी को 43.28 प्रतिशत और भाजपा को 40.25 फीसदी वोट मिले हैं। 2014 में टीएमसी ने 42 में से 34 सीटें जीती थीं।
बता दें कि दिलीप घोष के काफिले पर हमले की खबर है। जानकारी के मुताबिक बीजेपी कार्यकर्ताओं का काफिला जब पश्चिम मिदिनापुर स्थित खेजुरी इलाके से गुजर रहा था उसी समय ये हमला हुआ। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि ये हमला टीएमसी के गुंडों ने किया। असम के डिप्टी सीएम हेमंत बिस्वशर्मा भी इसी काफिले में थे। बताया जाता है कि हमलावरों ने काफिले की दो गाड़ियों को पूरी से तो़ड़ दिया है।