दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ED की दलीलों की सुनवाई करने के बाद मनीष सिसोदिया को 7 दिनों के लिए ED की रिमांड में भेज दिया है। ED ने कोर्ट से 10 दिनों के लिए मनीष सिसोदिया की रिमांड मांगी थी, जिसका उनके वकील दयान कृष्णन ने विरोध किया था। अब मनीष सिसोदिया 17 मार्च तक ईडी की कस्टडी में रहेंगे।
ईडी ने अपनी दलील में बताया कि वैसे तो शराब नीति का यह फैसला ग्रुप ऑफ मिनिस्टर का बताया गया है, लेकिन हकीकत यह है कि एक आदमी के अलावा इसकी जानकारी किसी और को थी ही नहीं। ईडी ने कोर्ट में अपनी दलील पेश करते हुए बताया कि पूरे सिंडीकेट को विजय नायर नेतृत्व कर रहा था। विजय नायर से ही के कविता ने मुलाकात की थी। इस संबंध में ईडी ने के कविता और विजय नायर के वॉट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट पेश किया है।
ED ने कहा, 12 प्रतिशत मार्जिन के सवाल पर सिसोदिया गलत जवाब दे रहे थे। इस घोटाले में 219 करोड़ रुपये की ट्रेल मिली है। हमें पूरी कार्यप्रणाली की जांच करने और अन्य आरोपियों के सामने पूछताछ करने की जरूरत है। इसलिए 10 दिन की रिमांड मांगी है।
दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने 26 फरवरी को मनीष सिसोदिया को हिरासत में लिया था। गिरफ्तारी के बाद पांच दिन के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया था। उन्हें शनिवार (चार मार्च) को अदालत में पेश किया गया, विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने केंद्रीय एजेंसी को दो और दिनों के लिए अपनी रिमांड पर भेज दिया। छह मार्च को हुई सुनवाई में कोर्ट ने 20 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।