2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में एक गवाह ने धमाके में इस्तेमाल साध्वी प्रज्ञा सिंह की बाइक की पहचान कर ली। माना जा रहा है कि इससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। फिलहाल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत मामले की रोज सुनवाई कर रही है।
सोमवार को सरकारी पक्ष विस्फोट में बरामद प्रमाण, टूटी-फूटी बाइक और साइकिलें लेकर आया। पहले गवाहों से दो बाइक और पांच साइकिलों की पहचान कराई गई। ‘फ्रीडम बाइक’ लोगो वाली बाइक को पहचानते हुए गवाह ने कहा कि यह विस्फोट के दिन दिखी थी। विस्फोट में इसका अगला हिस्सा पूरी तरह नष्ट हो गया पर ढांचा सलामत है। गवाहों के बाद न्यायाधीश विनोद पाडालकर ने भी प्रमाणों को देखा।
महाराष्ट्र एटीएस ने जांच में दावा किया था कि विस्फोट में इस्तेमाल हुई बाइक साध्वी प्रज्ञा की है। गवाह की पहचान के बाद मामले में मुख्य अभियुक्त साध्वी के लिए बचाव कठिन हो सकता है।
पेश किए गए सबूतों के बीच, एक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त बाइक थी जो मुंबई के एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) के अनुसार विस्फोट का कारण थी। आरोप है कि ये बाइक भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर की है। बाइक का पिछला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, हालांकि, फ्रंट लाइट कवर लगभग ठीक हालत में थे। बाइक पर लिखा शब्द ‘फ्रीडम’ स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
आरोप है कि धमाके के दौरान इसे इस्तेमाल किया गया था। एक तरफ जब बाइक की पहचान हो चुकी है तो अब प्रज्ञा ठाकुर को ये साबित करना होगा कि धमाके के वक्त उन्होंने अपनी बाइक किसी को उधार दी थी या उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। एनआईए की विशेष अदालत मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
प्रज्ञा ठाकुर के अलावा लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, सेवानिवृत्त मेजर रमेश उपाध्याय, सुधाकर द्विवेदी, अजय रहीरकर, समीर कुलकर्णी और सुधाकर चतुर्वेदी को इस मामले में आरोपी बनाया गया है। कई धाराओं के तहत इन लोगों पर आरोप लगे हैं। इस धमाके में छह लोग मारे गए थे और एक दर्जन अन्य घायल हो गए थे। इस समय जमानत पर चल रहीं प्रज्ञा ठाकुर ने मध्य प्रदेश के भोपाल निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने के बाद लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की है।