नई दिल्ली : नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफजई पर नौ वर्ष पहले हमला करने वाला तालि’बानी आतं’की एक बार फिर सामने आया है.
आतंक’वादी ने एक बार फिर मलाला को जान से मारने की धमकी दी है, उसने यह संदेश एक ट्वीट के जरिए दिया था, जिसके बाद ट्विटर ने कार्रवाई करते हुए स्थाई तौर पर अकाउंट सस्पेंड कर दिया है, आ’तंकी ने लिखा इस बार ‘कोई गलती नहीं होगी’.
ये भी पढ़ें : लेख : एम जे अकबर के पक्ष में रवीश कुमार ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, आई टी सेल में उत्साह : रवीश कुमार
यूसुफजई ने खुद ट्वीट करके जानकारी दी और पाक सेना और पीएम इमरान खान दोनों से पूछा कि उन पर हमला करने वाला एहसानुल्लाह एहसान कैसे सरकारी हिरासत से फरार हो गया.
एहसान को 2017 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जनवरी 2020 में एक तथाकथित सुरक्षित पनाह-गाह से फरार हो गया था, जहां उसे खुफिया एजेंसी द्वारा रखा गया था, उसकी गिरफ्तारी और फरारी दोनों की परिस्थितियों को लेकर विवाद बना हुआ है.
भागने के बाद से एहसान ने उसी ट्विटर अकाउंट के जरिए पाकिस्तानी पत्रकारों के साथ संवाद किया था, जिससे उर्दू भाषा में धमकी दी गई थी, उसके कई ट्विटर अकाउंट रहे हैं, जिनमें से सभी को बंद कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री के सलाहकार राउफ हसन ने कहा कि सरकार इस धमकी की जांच कर रही है और उसने तुरंत ट्विटर से अकाउंट बंद करने को कहा था.
ये भी पढ़ें : बजट के बाद महंगाई का झटका, कंपनियों ने बढ़ाए LPG सिलिंडर और पेट्रोल-डीजल के दाम
तहरीक-ए-तालिबान का लंबे समय तक सदस्य रहे एहसान ने युसुफजई से हिसाब बराबर करने की बात कही है, उसने लिखा ‘घर वापस आ जाओ, क्योंकि हमें तुमसे और तुम्हारे पिता से हिसाब बराबर करना बाकी है.
उसने आगे लिखा ‘इस बार कोई गलती नहीं होगी,’ आतंकी की इस धमकी के बाद मलाला ने पाकिस्तानी सरकार और सेना को अपने निशाने पर लिया है.