नई दिल्ली।मजलिस सिर्फ़ मुसलमानों की पार्टी नहीं है बल्कि हर मजलूम के दिल की आवाज़ है, इसके नाम से ये ग़लतफ़हमी नहीं होनी चाहिए कि ये सिर्फ़ सिर्फ़मुसलमानों की सियासी पार्टी है। जिस तरह और सियासी पार्टियों में मुसलमान हैं उसी तरह मजलिस में भी दूसरे मज़हब के लोग हैं।इन ख़यालात का इज़हार ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन दिल्ली के सदर कलिमल हफ़ीज़ ने त्रिलोकपुरी में जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में किया।
ये भी देखें:महिलाओं को सरकारी पदों पर 40 फीसदी आरक्षण दी जायेगी:प्रियंका गांधी
उन्होंने कहा कि मजलिस के बारे में बहुत सी ग़लतफ़हमियाँ पैदा की जाती हैं, कभी कहा जाता है कि ये मुसलमानों की जमात है, कभी कहा जाता है कि ये BJP की B टीम है। जबकि ये दोनों बातें ही ग़लत हैं, मजलिस में हर मज़हब के लोग हैं। महाराष्ट्र और तेलंगाना में कई काउंसलर ग़ैर मुस्लिम हैं। दिल्ली में भी हमारे साथ सब लोग हैं, राजकुमार ढिल्लोर जी बाल्मीकि समाज से हैं, राजीव रियाज़ साहब का ताल्लुक़ जाटव समाज है, जी एस बिंद्रा जी सिख समाज से हैं। इसी तरह मजलिस जहाँ है वहाँ BJP को नुक़सान पहुँचा है। तेलंगाना में आज तक मजलिस ने BJP को क़ामयाब नहीं होने दिया। औरंगाबाद में 30 साल से शिवसेना की लोकसभा सीट ख़त्म करके मजलिस ने हासिल की। दिल्ली में BJP की B टीम आम आदमी पार्टी है अब ये उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी BJP को फ़ायदा पहुँचाने जा रही है।
कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा कि मजलिस को अपना घर समझिए, ये हर ज़ुल्म और ज़ालिम के ख़िलाफ़ है। प्रोग्राम से राजीव रियाज़, राजकुमार ढिल्लोर और अनवर इक़बाल नक़ली और डी एस बिंद्रा के अलावा मुक़ामी ज़िम्मेदारान ने भी ख़िताब किया।
ये भी देखें:आक्सीसन से नहीं हुई यूपी में किसी मरीज की मौत योगी के मंत्री के बयान पर पढ़िये कुमार विश्वास का ट्वीट
दूसरा प्रोग्राम जनता कालोनी बाबरपुर असेंबली में हुआ जहाँ दिल्ली सदर कलीमुल हफ़ीज़ को पगड़ी पहनाकर इज़्ज़त अफ़ज़ाई की गई। इस मौक़े पर मजलिस के प्रदेश व ज़िले के ज़िम्मेदारों को ख़ास तौर पर जनरल सेक्रेटरी शाह आलम सिद्धिकी, ज़िलाध्यक्ष फ़ीरोज़ मलिक, पूर्व जिलाध्यक्ष सरताज सैफी, वार्ड अध्यक्ष रियाज़ुददीन मेवाती वग़ैरह मौजूद थे। यहाँ भी मौजूद हाज़िरीन से सदर दिल्ली ने ख़िताब किया।