महाराष्ट्र में सियासी हलचल लगातार तेज होती दिख रही है। बीजेपी ने राज्यपाल से मुलाकात कर साफ कर दिया है कि वह राज्य में अकेले सरकार नहीं बना सकती क्योंकि उसके पास संख्या बल नहीं है।इसके बाद रविवार को राज्यपाल ने दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते शिवसेना से सरकार बनाने के लिए पूछा है। हालांकि अभी शिवसेना का जवाब आना बाकी है, इस बीच एनसीपी ने भी शिवसेना के सामने समर्थन देने के बदले एनडीए से नाता तोड़ने की शर्त रख दी है।
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील अपने विधायकों के साथ बैठक की और उसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की।इस मुलाकात के दौरान उन्होंने राज्यपाल से कहा कि बीजेपी महाराष्ट्र में अकेले सरकार नहीं बना सकती।राज्यपाल से मुलाकात करने वालों में राज्य के कार्यकारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल थे।
रणनीति की घोषणा करेंगे: संजय राउत
इससे पहले शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा था कि यदि महाराष्ट्र में कोई और सरकार गठित नहीं कर पाता है तो उनकी पार्टी अपनी अगली रणनीति की घोषणा करेगी। उन्होंने साथ ही कहा कि राजनीति उनके दल के लिए कोई कारोबार नहीं है।
कांग्रेस ने कहा- सरकार बनाने के पक्ष में हैं
कांग्रेस ने रविवार को कहा कि वह राज्य में राष्ट्रपति शासन नहीं चाहती है।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि पार्टी के नव-निर्वाचित विधायक राज्य में राजनीतिक रूख को लेकर आला-कमान से सलाह लेंगे।उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम जयपुर में हैं। हम मुद्दे पर यहां चर्चा करेंगे और भविष्य के राजनीतिक रूख पर सलाह लेंगे। पार्टी राज्य में राष्ट्रपति शासन नहीं चाहती है।’’ चव्हाण ने कहा कि वह महाराष्ट्र में सरकार बनाने के पक्ष में हैं।