मध्य प्रदेश में सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले सियासी हलचल बढ़ गई है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कमलनाथ ने पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा समेत कई वरिष्ठ नेताओं से मीटिंग की है।
और इधर बीजेपी के दिग्गजों ने भी अहम बैठक की है। बीजेपी ने सभी विधायकों को सदन में उपस्थित रहने को लेकर विप जारी किया है।
दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर के आवास पर अहम मीटिंग हुई। इस बैठक में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई नेता शामिल हुए। बाद में नरेंद्र सिंह तोमर, शिवराज सिंह चौहान, धर्मेंद्र प्रधान और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से उनके आवास पर भी भेंट की। इस मीटिंग के कई मतलब निकाले जा रहे हैं।
बीजेपी किसी भी संभावित कानूनी अड़चन को लेकर अभी से प्लान बनाने में जुट गई है। सिंधिया भी आज रात या कल सुबह नई दिल्ली से भोपाल लौट रहे हैं।
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मध्य प्रदेश बीजेपी विधायक दल ने 16 मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के दौरान सदन में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने और विश्वास मत के दौरान पार्टी के पक्ष में मतदान करने का विप अपने विधायकों को जारी किया है।
मध्य प्रदेश बीजेपी विधायक दल के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने पार्टी विधायकों को रविवार को विप जारी किया। पिछले कुछ दिनों से चल रही सियासी उथल पुथल को देखते हुए बीजेपी ने अपने विधायकों को एकजुट रखने के उद्देश्य से मौजूदा समय में हरियाणा के गुरुग्राम के एक होटल में रखा है।
राज्यपाल लालजी टंडन ने शनिवार देर रात कमलनाथ को पत्र लिखकर 16 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा के सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने का निर्देश दिया है।
राजभवन के सूत्रों ने बताया कि शनिवार आधी रात के आसपास राज्यपाल ने यह पत्र मुख्यमंत्री कमलनाथ को भेजा।
कांग्रेस के बागी 22 विधायक विधानसभा की सदस्यता से अपना त्यागपत्र भेज चुके हैं। विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने इनमें से छह विधायकों के त्यागपत्र शनिवार शाम को स्वीकार कर लिए है, जबकि 16 विधायकों के त्यागपत्र पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
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इन विधायकों के रविवार रात या सोमवार सुबह बेंगलुरु से भोपाल पहुंचने की उम्मीद है। इन 22 विधायकों में से 19 बेंगलुरू में एक रिजॉर्ट में रुके है, जबकि तीन विधायकों का अब तक कोई पता नहीं है।
बीजेपी सूत्रों ने बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम में ठहरे बीजेपी के विधायकों के आज रात या कल सुबह भोपाल पहुँचने की संभावना है। इस बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस के जयपुर गए सभी विधायक रविवार सुबह को विशेष विमान से भोपाल लौट गए हैं।
इन्हें विधानसभा से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित होटल कोर्टयार्ड मैरियट में कड़ी सुरक्षा में एक साथ रखा गया है।
सदन का गणित बदला। 230 सदस्यीय विधानसभा में दो विधायकों के निधन के बाद सदस्य 228 रह गए थे। सिंधिया समर्थकों के बगावत से पहले कमलनाथ सरकार को 121 विधायकों का समर्थन था। इसमें कांग्रेस के 114, बीएसपी के 2, एसपी के एक और 4 निर्दलीयों का समर्थन था। अब कांग्रेस के 6 बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए जा चुके हैं।
ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 112 (कुल 222) हो गया है।
यदि अब स्पीकर 16 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करते हैं तो उन विधायकों की सदस्यता चली जाएगी और ऐसे में कांग्रेस के पास 92 विधायक रह जाएंगे और बीजेपी के पास 107 विधायक होंगे।
उस स्थिति में सदन में कुल विधायक 206 रह जाएगी और बहुमत का आंकड़ा 104 पर आ जाएगा। ऐसी स्तिथि में बीजेपी फ्लोर टेस्ट में बाजी मार सकती है।