महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नई सरकार को लेकर तैयारी शुरू हो गई है. शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे साथी विधायकों से मुलाकात करेंगे, वे गवर्नर से भी मुलाकात कर सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की ओर से फिलहाल सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया जाएगा. सुबह 10 बजे एकनाथ शिंदे अपने बागी विधायकों के साथ बैठक करेंगे. उस बैठक के बाद शिंदे राज्यपाल से आज या कल मिल सकते हैं, उसके बाद ही सरकार बनने का रास्ता साफ होगा. अगली तीन दिन में सरकार बनाने का दावा पेश कर शपथग्रहण समारोह का आयोजन किया जा सकता है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट के पहले इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया तो सबकी निगाहें बीजेपी और बागियों के रुख पर टिक गईं. बागी खेमे की पहली प्रतिक्रिया शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर की ओर से आई. केसरकर ने एक टीवी चैनल से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का इस्तीफा हमारे लिए कोई आनंद की बात नहीं है. हम सबको दुख है कि NCP एयर कांग्रेस से लड़ते समय हमें हमारे लीडर से भी नाराज़ होना पड़ा. इसका कारण एनसीपी और संजय राउत ही हैं, जिनका रोज़ का काम है केंद्र सरकार के खिलाफ बयान देना और केंद्र और राज्य के बीच बुरा संपर्क बनाना.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद शिवसेना सांसद और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र ने आज एक संवेदनशील मुख्यमंत्री खो दिया. राउत ने कहा, “यह शिवसेना की महाविजय की शुरुआत है. हम लाठी खाएंगे, हम जेल जाएंगे, लेकिन बालासाहेब की विचारधारा को ज्वलंत रखेंगे.”
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इससे पहले उद्धव ठाकरे ने बुधवार को पद से त्यागपत्र देते हुए कहा कि नंबर गेम की लड़ाई में वो पड़ना नहीं चाहते.उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव के जरिये अपना संबोधन दिया. उद्धव ने कहा, हमने किसानों की कर्जमाफी का काम किया. हमने उस्मानाबाद का नाम धाराशिव के साथ औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर कर दिया है. उद्धव ने शरद पवार और सोनिया गांधी के नाम लेते हुए उनका आभार जताया था.