राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ती नजर आ रही हैं। CBI ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ भूमि-नौकरी-घोटाले के मामले में चार्जशीट दाखिल की है। लालू की बेटी मीसा भारती और रेलवे के एक पूर्व महाप्रबंधक को भी हाल ही में सीबीआई की विशेष अदालत में दायर आरोप पत्र में आरोपी बनाया है।
IRCTC ने घोटाले में पहले ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के करीबियों पर शिकंजा कसा हुआ है। अब इस मामले में सीबीआई ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी, राज्यसभा सांसद मीसा भारती, हेमा यादव को मुख्य रूप से चार्जशीट में नाम डाला है।
केंद्रीय एजेंसी का दावा है कि उम्मीदवारों को कथित तौर पर रेलवे अधिकारियों द्वारा अनुचित हड़बड़ी में आवेदन करने के तीन दिनों के भीतर ग्रुप डी के पदों पर विकल्प के रूप में नियुक्त किया गया था। नियुक्ति के बाद में उन लोगों ने स्वयं या उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी जमीन उनके नाम कर दी थी।
आरोपों के अनुसार, लालू यादव रेल मंत्री थे तो पहले अस्थायी तौर पर नियुक्ति कराते थे। फिर जैसे ही जमीन की डील पूरी हो जाती थी, नौकरी को स्थायी कर दिया जाता था। इस तरह से सैकड़ों लोगों और अपने सगे-संबंधियों को नौकरी देने का आरोप लालू यादव पर है।