नई दिल्ली : वीरेंद्र सहवाग ने विराट कोहली की तुलना सचिन तेंदुलकर से की है, उन्होंने दूसरे टी20 में कोहली की नाबाद 73 रन की पारी की तारीफ करते हुए कहा कि कोहली जिस अंदाज में टीम को मैच जिताकर नाबाद लौटे उसने सचिन की याद दिला दी.
वो भी यही कहते थे कि अगर किसी दिन आप अच्छा खेल रहे हैं तो ज्यादा से ज्यादा रन बनाएं और टीम के लिए मैच खत्म करने के बाद ही वापस ड्रेसिंग रूम में लौटें, क्योंकि आपको ये नहीं पता कि अगले मैच में रन बना पाएंगे या नहीं, सहवाग ने क्रिकबज से चर्चा में यह बातें कहीं.
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सहवाग ने कहा कि जब विराट कोहली का दिन होता है तो वो ये कोशिश करते हैं टीम के लिए मैच खत्म करके ही लौटें, फिर चाहें वो किसी भी फॉर्मेट में बल्लेबाजी कर रहे हों, ये उनकी बल्लेबाजी की सबसे बड़ी खासियत है, जो सचिन से मेल खाती है.
सहवाग ने कहा कि ऋषभ पंत और ईशान किशन जैसे युवा खिलाड़ियों को विराट से सीख लेनी चाहिए कि एक बार आप क्रीज पर जम जाएं तो फिर अपना विकेट न गंवाए, तेंदुलकर भी इसी सोच के साथ खेलते थे और विराट की बल्लेबाजी में भी यही समानता दिखती है.
अब तक खेले 87 टी20 में विराट 22 बार नाबाद लौटे हैं, यानी करियर के एक चौथाई टी20 में वो नॉट आउट रहे हैं और इन सभी मैचों में टीम इंडिया को जीत मिली है.
ईशान किशन ने अपने डेब्यू टी20 में 28 गेंद पर अर्धशतक लगाया था, वो अच्छा खेल रहे थे और 32 गेंद पर 56 रन बना चुके थे, लेकिन आदिल रशीद के ओवर में दो छक्के लगाने के बाद बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में एलबीडब्ल्यू आउट हो गए.
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पंत ने भी इसी तरह अपना विकेट गंवाया, वो 13 गेंद पर दो चौके और तीन छक्के लगाकर 26 रन बना चुके थे, लेकिन यहीं वो अपना आपा खो बैठे और क्रिस जॉर्डन की गेंद पर बड़ा शॉट मारने के चक्कर मैं कैच आउट हो गए.
सहवाग ने कहा कि पंत जॉर्डन के ओवर में एक छक्का और चौका लगा चुके थे ऐसे में अगर वो सिर्फ स्ट्राइक रोटेट करते और खराब गेंद का इंतजार करते तो मैच जल्दी खत्म हो जाता और वो नाबाद लौटते.