नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन दिल्ली बॉर्डर पर आठवें दिन भी जारी है, गुस्साए किसानों के संगठनों ने गुरुवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में बैठक की.
दोपहर 12 बजे शुरू हुई ये बैठक करीब साढ़े सात घंटे चली, बैठक के बाद राकेश टिकैत ने कहा, मुद्दा कानूनों के पूर्ण रोल बैक के बारे में है, केवल एक ही नहीं, बल्कि कई मुद्दों पर चर्चा होगी.
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किसान चाहते हैं कि कानूनों को वापस लिया जाए, सरकार एमएसपी और अधिनियम में संशोधन के बारे में बात करना चाहती है.
राकेश टिकैत ने कहा, सरकार ने एमएसपी पर संकेत दिए हैं, ऐसा लगता है कि एमएसपी को लेकर उनका रुख ठीक रहेगा, उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार से वार्ता जारी रहेगी.
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मोदी सरकार के साथ बैठक के बाद आज़ाद किसान संघर्ष समिति के हरजिंदर सिंह टांडा ने कहा, वार्ता ने बहुत कम प्रगति की है, हाफ टाइम में ऐसा लग रहा था कि आज की मीटिंग का कोई नतीजा नहीं निकलेगा, दूसरे हाफ में ऐसा लगा कि किसान आंदोलन का दबाव है.
किसानों के साथ बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार और किसानों ने अपना पक्ष रखा, किसानों की चिंता जायज है.
सरकार किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध है, सरकार खुले मन से किसान यूनियन के साथ चर्चा कर रही है, किसानों की 2-3 बिंदुओं पर चिंता है, बैठक सौहार्द्रपूण माहौल में हुई, APMS को सशक्त बनाने के लिए सरकार विचार करेगी.