नई दिल्ली : तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन करते हुए मंगलवार को 55 दिन हो गए, सरकार के साथ विरोध कर रहे किसान संगठनों की नौवें दौर की वार्ता के बावजूद अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
किसान आंदोलन के समर्थन में मुंबई के आजाद मैदान में 25 जनवरी को होने वाले प्रदर्शन में एनसीपी चीफ शरद पवार और सीएम ठाकरे हिस्सा लेंगे.
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राज्य के मंत्री नवाब मलिक ने दी है, उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की तरफ से कुछ किसान संगठनों की तरफ से आयोजित किए जा रहे प्रदर्शन का समर्थन किया जाएगा.
मलिक ने कहा कि किसानों की तरफ से नए कृषि कानूनों के विरोध में राजभवन तक मार्च भी निकाला जाएगा, गौरतलब है कि शरद पवार इससे पहले भी इन कृषि संबंधी कानूनों का विरोध कर इसे केन्द्र सरकार से वापस लेने की मांग कर चुके हैं.
सरकार और किसान संगठनों के बाच दसवें दौर की बातचीत होने जा रही है, ये बातचीत ऐसे वक्त पर होगी जब किसान संगठनों ने 26 जनवरी को लालकिला से इंडिया गेट तक परेड निकालने की धमकी दी है.
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किसानों की मांग है कि सरकार एमएसपी को कानून का हिस्सा बनाने के साथ ही तीनों नए कृषि कानूनों को वापस ले.
सरकार का यह तर्क है कि इन नए कानूनों के जरिए कृषि क्षेत्र में निवेश के अवसर खुलेंगे और किसानों की आमदनी बढ़ेगी, लेकिन किसानों को डर है कि इन कानूनों के जरिए सरकार एमएसपी खत्म कर उन्हें उद्योगपतियों को भरोसे छोड़ देगी.