नई दिल्ली : कृषि कानूनों के विरोध में जारी विरोध प्रदर्शन को लेकर बीजेपी महासचिवों की बैठक हुई, बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमित शाह, कृषि मंत्री और पीयूष गोयल पहुंचे, बैठक में पदाधिकारियों के साथ क़ानूनों पर रणनीतिक चर्चा की गई.
कृषि सुधार कानूनों को लेकर किसानों का भ्रम दूर करने के लिए पदाधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जा रही है, इसी को लेकर रणनीति बनाने के लिए बीजेपी के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने ये बैठक की.
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बीजेपी अध्यक्ष ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया, कृषि कानूनों के लेकर जारी प्रदर्शनों को रोकने के लिए भी सरकार किसानों का भ्रम दूर करने की कोशिश कर रही है.
इसके साथ ही बीजेपी पदाधिकारियों को भी अब यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह कृषि सुधार कानूनों को लेकर पैदा हुई किसानों की शंकाओं का समाधान करें.
बीजेपी इन काननूों को लेकर किसानों के लिए सम्मेलन का भी आयोजन कर रही है जिसमें कि पार्टी के बड़े नेता और मंत्री किसानों को इन कानूनों को लेकर जागरुक करेगी.
इसी क्रम में पीएम मोदी भी मध्य प्रदेश में आयोजित किए जा रहे किसान सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे.
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बता दें कृषि बिलों को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए किसान संगठनों और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका है.
किसानों का कहना है कि जब तक बीजेपी सरकार इन तीनों कानूनों को वापस नहीं ले लेती है तब तक वह अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.