ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमै ज़िले में विधानसभा पुनर्मतदान से पहले एक राजनीतिक कार्यकर्ता की हत्या और अन्य कई के अपहरण के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। इसके बावजूद पुलिस नाकारा बनी हुई है और चुनाव की प्रबंधन को संभाल नहीं पा रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुरुंग कुमै ज़िले की 21- कोलोरियांग विधानसभा सीट में दामिन में नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी के कार्यकर्ता बैंगिया तमांग की उस समय हत्या कर दी गई जब वह पुनर्मतदान से पहले पार्टी के प्रचार के लिए पहुँचना चाहते थे। बैंगिया तमांग की हत्या के साथ उनके कई साथियों का कथित रूप से अपहरण भी कर लिया गया है।
आपको बता दें कि नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार पानी ताराम यहाँ से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनके सामने एकमात्र उम्मीदवार भारतीय जनता पार्टी के लोकम तसर हैं। पानी ताराम ने राज्य निर्वाचन कार्यालय को सूचना दी थी कि पिछली 11 अप्रैल को दामिन एवं अन्य बूथों को लोकम तसर एवं इनके समर्थकों ने कैप्चर कर लिया था, लोगों को वोट देने से रोका गया और फर्जी मतदान किया गया। प्रशासन ने जाँच के बाद पानी ताराम की शिकायतों को सच पाते हुए कोलोरियांग विधानसभा सीट के छह केन्द्रों पर 27 अप्रैल को पुनर्मतदान के आदेश दिए। आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लोकम तसर दामिन के ही रहने वाले हैं। पुलिस मीडिया से बात नहीं कर रही है और हत्या के आरोपी की जानकारी भी नहीं दे रही है। सूत्रों का कहना है कि हत्या में प्रयुक्त हथियार भी अवैध था।
एक वेबसाइट ने पिछली 22 अप्रैल को राज्य निर्वाचन कार्यालय के हवाले से खबर प्रकाशित की थी जिसमें बताया गया कि 21 कोलोरियांग विधानसभा सीट पर सर्वाधिक 6 केन्द्रों पर 27 अप्रैल को पुनर्मतदान होगा। लेकिन रिपॉलिंग से एक दिन पहले नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी के कार्यकर्ता बैंगिया तमांग की हत्या के बाद से पुलिस निष्क्रिय बनी हुई है।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है लेकिन अभी तक अपहृत लोगों के बारे में प्रभावित परिवारजनों और मीडिया को बताने से बच रही है। पुलिस अभी तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है और पुलिस और प्रशासन की नाकामी की वजह से पूरे कोलोरियांग विधानसभा क्षेत्र में तनाव बना हुआ है।
आपको बता दें कि 11 अप्रैल को मतदान के बाद नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार पानी ताराम ने निर्वाचन आयोग को शिकायत में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हथियारों के बल पर और रास्ता रोककर बूथ कैप्चरिंग की और लोगों को वोट डालने से रोका।
इतना ही नहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से फर्जी वोटिंग की। कई शिकायतों के बावजूद भी जब राज्य निर्वाचन आयोग ने पुनर्मतदान की घोषणा नहीं की तो भीम आर्मी के चन्द्रशेखर आज़ाद ने कुरुंग कुमै का एक वीडियो ट्वीटर पर शेयर कर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर कई सवाल किए। वीडियो में कुछ बच्चे कथित तौर पर यह स्वीकार कर रहे हैं कि उन्होंने भी वोट दिया है। भारी दबाव के बाद कोलोरियांग विधानसभा सीट के दामिन, ताबा, लंगबंग, नाम्पे, निकोरियांग और पानी मतदान केन्द्रों पर 27 अप्रैल को सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक पुनर्मतदान घोषित किया गया। लेकिन इतने घटनाक्रम के बाद भी पुलिस और प्रशासन की नाकामी के चलते नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी के कार्यकर्ता बैंगिया तमांग की हत्या कर दी गई और दोषी खुले घूम रहे हैं।
इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लोकम तसर ने ज़िला मजिस्ट्रेट संतोष कुमार राय की मौजूदगी में चुनाव मजिस्ट्रेट जिल ग्यामर को लील गाँव में पीट दिया था। इसके बाद 30 मार्च 2019 को ज़िला कलेक्टर एवं निर्वाचन अधिकारी संतोष कुमार राय ने घटना की जांच के आदेश दिए। प्रशासन की नाकामी की वजह से इस मसले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब जबकि क्षेत्र में राजनीतिक हत्या और अपहरण हो चुका है, पुलिस और प्रशासन पर मीडिया और चुनाव आयोग का दबाव बढ़ गया है। कहा नहीं जा सकता कि 27 अप्रैल को कोलोरियांग विधानसभा सीट के छह केन्द्रों पर मतदान शांतिपूर्ण रहेगा।
फोटो कैप्शन:
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लोकम तसर (काले चश्मे में)
नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार पानी ताराम (चैक कोट में)
30 मार्च 2019 को कुरुंग कुमै ज़िला कलेक्टर के आदेश की कॉपी जिसमें चुनाव मजिस्ट्रेट जिल ग्यामर को भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लोकम तसर और उनके समर्थकों ने पीट दिया था