BJP विधायक विक्रम सैनी की विधायकी जाने से खाली हुई यूपी के मुजफ्फरनगर जिले की खतौली विधानसभा सीट पर भी 5 दिसम्बर को ही उपचुनाव होगा। इसी दिन सपा संस्थापक मुलायम सिंह के निधन से खाली हुई मैनपुरी संसदीय और हेट स्पीच मामले में आजम खां के सजा पाने से खाली हुई रामपुर विधानसभा सीट पर भी वोट डाले जाएंगे।
चुनाव आयोग ने मैनपुरी और रामपुर का चुनाव कार्यक्रम पहले ही घोषित कर चुका है। खतौली सीट को भी 11 अक्टूबर से खाली मानते हुए सोमवार को अधिसूचना जारी की गई गई थी। अब नामांकन से लेकर मतदान और मतगणना की तारीखों का ऐलान हुआ है।
बता दें की दंगे से पहले 27 अगस्त 2013 को मुजफ्फरनगर जनपद के कवाल गांव में गौरव और सचिन की हत्या के बाद पुलिस ने खतौली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक विक्रम सैनी सहित 28 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था।
विधायक विक्रम सैनी सहित इन सभी 28 में से 12 लोगों को 11 अक्टूबर के दिन मुजफ्फरनगर स्थित एमपी एमएलए कोर्ट ने 2-2 साल की सजा सुनाते हुए 10-10 हजार रुपए का आर्थिक दंड भी लगाया है। मामले में सबूत के अभाव में 15 लोगों को बरी कर दिया गया था, वहीं एक शख्स की मौत हो गई थी।
सैनी के सियासी सफर को लेकर कई दिलचस्प बातें भी है। कवाल में ग्राम पंचायत सदस्य के पद से अपनी सियासत की शुरूआत की। RSS में सक्रिय हुए और इसके बाद पत्नी को प्रधान पद का चुनाव लड़ाया और जीत गए।
मुजफ्फरनगर दंगे के मुकदमे में जेल गए, छूटकर आए तो जिला पंचायत सदस्य चुने गए। इसके बाद 2017 में पहली बार और 2022 में दूसरी बार विधायक बने। विक्रम सैनी ने जो भी चुनाव लड़ा, हमेशा जीत दर्ज की। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आए थे और 11 अक्तूबर को उनकी सदस्यता चली गई।