केरल में राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच जारी खींचतान के बीच गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान को उनके पद से हटाया जा सकता है। मंत्रिमंडल ने बुधवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को चांसलर पद से हटाने के लिए एक अध्यादेश लाने का फैसला किया है। राज्य मंत्रिमंडल चांसलर की जगह पर एक विशेषज्ञ को लाने की योजना बना रहा है।
सीएम पिनराई विजयन सरकार अब राज्यपाल को चांसलर के पद से हटाने के लिए हर हथकंडा अपनाने को तैयार है। अब इसके लिए सीएम विजयन जल्द एक अध्यादेश लाने जा रहे हैं। आने वाले विधानसभा सत्र के दौरान इस अध्यादेश को लाया जा सकता है। इसे लेकर कैबिनेट की बैठक में फैसला भी हो चुका है।
पिनराई विजयन सरकार का यह कदम राज्यपाल द्वारा नौ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से इस्तीफा मांगने के बाद सामने आया है। राजभवन की ओर से जारी चिट्ठी के तहत नौ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पद से इस्तीफा देने को कहा गया था। वहीं राज्यपाल ने तिरुवनंतपुरम की एपीजे अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय की कुलपति के रूप में सीजा थॉमस को नियुक्त कर दिया था।
गवर्नर आरिफ ने कहा कि कुलपति पद के लिए RSS ही नहीं, बल्कि किसी भी इंसान को नॉमिनेट किया हो तो रिजाइन कर दूंगा। अगर CM इन आरोपों को साबित नहीं कर पाते तो क्या इस्तीफा देंगे? आरिफ ने आगे कहा कि CM मुझ पर आरोप लगा रहे हैं कि मैं एक समानांतर सरकार चला रहा हूं और खुद दावा करते हैं कि वह एजुकेशन सिस्टम को बेहतर कर रहे हैं। मैं CM से पूछता हूं कि यूनिवर्सिटीज के खाली पदों पर अपनी पार्टी के नेताओं के अयोग्य रिश्तेदारों को भर्ती करके सिस्टम को बेहतर कर रहे हैं क्या?