केरल की कांग्रेस इकाई ने गुरुवार को तिरुवनंतपुरम में PM नरेंद्र मोदी पर विवादास्पद बीबीसी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की। केंद्र सरकार ने इसे झूठा और प्रेरित “प्रचार” कहकर प्रतिबंधित कर दिया है। BBC इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर देश भर के विपक्षी दलों और फ्री-स्पीच कार्यकर्ताओं के आंदोलनों को भी इसमें दिखाया गया है।
मालूम हो कि इससे पहले इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी के पुत्र अनिल के एंटनी ने पार्टी से इस्तीफा दिया था अनिल एंटनी ने आरोप लगाया था कि पीएम मोदी पर बनी BBC की डॉक्यूमेंट्री को लेकर ऐतराज जताए जाने के बाद उन पर ट्वीट हटाए जाने को लेकर दबाव बनाया गया।
इस मसले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रुख से अलग राय जताते हुए अनिल एंटनी ने ट्वीट में लिखा था, ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर के विचारों को भारतीय संस्थानों पर तरजीह देना, देश की संप्रभुता को ‘कमजोर’ करेगा।
अपनी रिलीज के साथ ही यह डॉक्यूमेंट्री विवादों में घिर गई थी। इसमें 2002 में गुजरात में हुए दंगों में पीएम मोदी की भूमिका होने का दावा किया गया था। भारत सरकार ने इसे बीबीसी का प्रोपेगैंडा बताया था। डॉक्यूमेंट्री का पहला पार्ट 17 जनवरी को जारी हुआ था, जिसे यूट्यूब पर ब्लॉक कर दिया गया था। वहीं, सरकार ने ट्विटर और अन्य साइट्स पर भी इसे डॉक्यूमेंट्री की शेयरिंग पर रोक लगा दी थी।
इस विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रींनिंग हैदराबाद विश्वविद्यालय और दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भी की गई थी। दोनों शिक्षण संस्थानों में छात्रों के समूहों ने इसकी व्यवस्था की थी। जामिया मिलिया इस्लामिया में किस को लेकर बड़ा विवाद हुआ और कई छात्रों की गिरफ्तारी भी हुई। वहां विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध के बावजूद इसकी स्क्रीनिंग की गई थी।