दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, “दिल्ली में, जो 200 यूनिट तक बिजली की खपत करते हैं, उन्हें अपने बिजली के बिल का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें बिजली का कोई बिल नहीं चुकाना होगा। 201-400 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं को लगभग 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा, “अभी तक दिल्ली में रहने वाले लोगों को 200 यूनिट तक बिजली के लिए 622 रुपये का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब ये बिल्कुल फ्री होगा। 250 यूनिट के लिए उन्हें 800 रुपये का भुगतान करना पड़ता था, अब वो 252 रुपये का भुगतान करेंगे। 300 यूनिट के लिए वो 971 रुपये का भुगतान करते थे, अब उन्हें 526 रुपये का भुगतान करना होगा। 400 इकाइयों के लिए, उन्हें 1320 रुपये का भुगतान करना पड़ता था, अब वो 1075 रुपये का भुगतान करेंगे।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने जहां दिल्लीवासियों को 200 यूनिट फ्री बिजली के रूप में बड़ा तोहफा दिया है। वहीं इस दौरान उन्होंने दिल्ली सरकार की उपबल्धियां भी गिनवाईं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने एक ईमानदार पार्टी को चुना है इसलिए ये सब संभव हो पाया है। इस फैसले के एक दिन पहले दिल्ली इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (डीईआरसी) ने राजधानी में बिजली बिल पर फिक्स चार्ज घटाने का ऐलान किया था।
डीईआरसी के चेयरमैन जस्टिस एसएस चौहान ने बुधवार को बताया कि अब 2 किलोवाट तक के कनेक्शन पर 20 रुपए प्रति किलोवाट शुल्क होगा जो कि अब तक 125 रुपये प्रति किलोवाट था। 2 से 5 किलोवाट तक के लिए फिक्स चार्ज 140 से घटाकर 50 रुपये प्रति किलोवाट किया गया है। 5 से 15 किलोवाट के कनेक्शन पर 175 रुपये प्रति किलोवाट शुल्क था जो कि 100 रुपये प्रति किलोवाट कर दिया गया है। 15 से 25 किलोवाट तक के लिए शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह 200 रुपये किलोवाट ही रहेगा। बिजली के रेट में हल्का बदलाव किया गया है। 1200 यूनिट से ज्यादा बिजली खपत पर प्रति यूनिट रेट 8 रुपए होगा, ये अब तक 7.75 रुपये प्रति यूनिट था। 1200 यूनिट से अधिक खपत पर प्रति यूनिट शुल्क 7.75 रुपए से बढ़ाकर 8 रुपए प्रति यूनिट किया गया है।