नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज वर्चुअल माध्यम से दिल्ली सरकार के नौ अस्पतालों में स्थापित 22 नये पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया।
केजरीवाल ने कहा कि इन प्लांट की संयुक्त क्षमता 17 टन है और अब तक दिल्ली में ऑक्सीजन के कुल 27 प्लांट चालू हो चुके हैं। केंद्र सरकार के भी छह ऑक्सीजन के प्लांट चालू हो गए हैं और केंद्र के सात प्लांट अभी आने वाले हैं। इसके अलावा, ऑक्सीजन के 17 और प्लांट जुलाई तक लग जाएंगे।
उन्होंने कहा,“ तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर ‘आप’ की सरकार पूरी शिद्दत के साथ तैयारी कर रही है। हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की इस लहर में हमें सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की किल्लत महसूस हुई। कहीं से ऑक्सीजन मिली, तो उसे लाने के लिए हमारे पास टैंकर नहीं थे। इसलिए हम ऑक्सीजन टैंकर भी खरीद रहे रहे हैं। इससे पहले, हम भंडारण के लिए तीन ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक और 13.5 टन संयुक्त क्षमता के दो ऑक्सीजन के प्लांट का भी उद्घाटन कर चुके हैं। ”
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उन्होंने कहा, “ कोरोना की यह लहर देश के लिए भले ही दूसरी लहर रही हो, लेकिन हमारे दिल्ली के लिए यह चौथी लहर थी। दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने कड़े संघर्ष और बड़े अनुशासन के साथ मिलकर इसका सामना किया और इस पर काबू पाने में हम लोग सफल रहे। इसमें हमारे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक स्टाफ, सफाई कर्मचारियों आदि ने बहुत बढ़-चढ़कर भूमिका अदा की। मैं कई डॉक्टर को जानता हूं, जो कई-कई दिनों तक अपने घर नहीं गए।
उन सब के प्रति दिल्ली की जनता की तरफ से मैं आभार व्यक्त करता हूं। यह चौथी लहर बहुत भयानक थी। इसका आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि जो पहली लहर आई थी, उसकी पीक के दौरान प्रतिदिन संक्रमण के 4500 मामले आए थे। पिछले साल सितंबर के आसपास जब दूसरी लहर आई थी, उसमें छह हजार के करीब मामले थे। जो तीसरी आई थी, उसमें 8500 मामले प्रतिदिन आए थे और यह जो चौथी लहर आई थी, उसमें केस 8500 से बढ़कर एकदम से 28,000 केस प्रतिदिन आ रहे थे।
केजरीवाल ने कहा, “इस बार बहुत ज्यादा लोग बीमार पड़ रहे थे। इस बार हमने कई सारे लोगों को खोया। अगर आप चारों तरफ अपने लोगों से बातचीत करें, तो ऐसा लगता है कि शायद ही कोई ऐसा घर था, जो कोरोना से अछूता रहा।
हर घर में कोई न कोई बीमार पड़ा और लोगों ने कई अपनों को खोया लेकिन हम सब लोगों ने मिलकर इस का मुकाबला किया और इसमें इंडस्ट्री के सहयोग के लिए मैं बहुत-बहुत शुक्रगुजार हूं। दिल्ली सरकार की जिन लोगों ने मदद की, उन सभी का मैं तहेदिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं और दिल्ली की जनता की तरफ से उनका आभार व्यक्त करना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, “अब हमें कोरोना की तीसरी लहर का डर है। यूनाइटेड किंगडम जो संकेत मिल रहे हैं, उनके अनुसार, वहां पर तीसरी लहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। वहां पर केस काफी ज्यादा बढ़ते जा रहे हैं, जबकि वहां पर 45 फीसद लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।
फिर भी केस बढ़ते जा रहे हैं। उसको मद्देनजर रखते हुए हमें हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठना है। हमें पूरी तैयारी करनी पड़ेगी और वही तैयारी पूरी शिद्दत के साथ ‘आप’की सरकार कर रही है, हम लोग हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठे हैं। ”
केजरीवाल ने कहा, “अब हमें अपनी तैयारी करनी है और हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकते हैं। तीसरी लहर आने की संभावना काफी वास्तविक हैं। जब तीसरी लहर आएगी, तो हम यह नहीं कह सकते कि हमने कुछ नहीं किया। इस वक्त ‘आप’की सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है। गुुरुवार को ही मैने ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक का उद्घाटन किया।
इस बार दिक्कत यह भी हुई कि ऑक्सीजन अगर बाहर से आ भी जाए, कहीं से हमें ज्यादा ऑक्सीजन मात्रा में मिल जाए, तो उसके भंडारण की क्षमता दिल्ली में नहीं है। इसलिए गुरुवार को हम लोगों ने तीन ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक का उद्घाटन किया। प्रत्येक स्टोरेज टैंक 57-57 मीट्रिक टन क्षमता के हैं। इसके अलावा, हमने लगभग 13.5 मीट्रिक टन क्षमता के दो ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट का उद्घाटन किए।
केजरीवाल ने 22 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि आज दिल्ली के नौ अस्पतालों में 22 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया जा रहा है। इनकी संयुक्त क्षमता 17 टन के करीब है। यह बहुत बड़ा डेवलपमेंट और बहुत बड़ा काम है।
इसमें जितने भी लोगों का सहयोग है, सभी हॉस्पिटल, एचसीएल, मारुति, सभी इंजीनियर और पीडब्ल्यूडी समेत सभी लोगों को बधाई देता हूं और सबका शुक्रिया अदा करता हूं कि एक से डेढ़ महीने के अंदर आप लोगों ने 22 प्लांट शुरू कर दिए। अब दिल्ली के अंदर ऑक्सीजन के कुल 27 प्लांट चालू हो गए।
उन्होंने कहा, “इसके अलावा केंद्र सरकार ने छह ऑक्सीजन के प्लांट चालू कर दिए हैं और सात और प्लांट केंद्र सरकार के आने वाले हैं। मैं केंद्र सरकार का भी तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। जैसा कि मैं हमेशा कहता हूं कि यह इतनी बड़ी बीमारी है, इससे हम अकेले नहीं लड़ सकते हैं। इससे हम सब को मिलकर लड़ना होगा।
इसमें सबका सहयोग भी मिला है। दिल्ली में 17 और ऑक्सीजन प्लांट जुलाई के महीने तक लग जाएंगे। इसके अलावा ऑक्सीजन टैंकर भी हम लोग खरीद रहे रहे हैं, ताकि अगली लहर अगर आए तो हमें टैंकर की कमी नहीं होनी चाहिए। हमें जो भी कदम उठाने चाहिए, वे सभी कदम उठाए जा रहे हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि कोरोना वायरस संक्रमण की यह तीसरी लहर न आए। हम लोगों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम अच्छा चल रहा है। जब वैक्सीन की कमी होती है, तब दिक्कत आती है।
अन्यथा पिछले हफ्ते दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किया गया ‘जहां वोट, वहां वैक्सीनेशन’ का कार्यक्रम बहुत अच्छा चल रहा है। मैं उम्मीद करता हूं कि तीसरी लहर न आए और अगर आए भी, तो हम लोग इसी तरह मिलकर उसका भी सामना करेंगे।”
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इस दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि श्री केजरीवाल द्वारा आज 22 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का विधिवत उद्घाटन किया गया। इनमें से 17 प्लांट एचसीएल और चार मारुति ने दिए हैं। एचसीएल की तरफ से पांच और प्लांट दिए जा रहे हैं, वह भी जल्द आ जाएंगे। इसके साथ-साथ पांच पीएसए प्लांट पहले ही लग चुके हैं, जो शुरू हो चुके हैं।
यह पांच प्लांट संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, सत्यवादी राजा हरीशचंद्र अस्पताल, अंबेडकर नगर अस्पताल, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल और बुराड़ी अस्पताल में एक-एक लगाए गए हैं। आज जो 22 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो रहे हैं, उनकी क्षमता लगभग 9500 एलपीएम है।
उन्होंने कहा, “हमें ऑक्सीजन की अगर जरूरत पड़ती है, इन 22 प्लांट से करीब 1000 बेड के लिए ऑक्सीजन अस्पताल के अंदर ही 24 घंटे उत्पादित होगी। हमने पहले जो प्लांट शुरू किए हैं, उससे उनकी कुल क्षमता 2700 एलपीएम है और लगभग 275 मरीजों को ऑक्सीजन दी जा सकती है। अब इन दोनों को मिलाकर के लगभग 1300 बेड के लिए ऑक्सीजन अस्पताल में ही उत्पादित की जा सकेगी।
अब हमें किसी पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। दिल्ली में अब तक 27 प्लांट लगा दिए गए हैं। साथ ही और भी बहुत से प्लांट लगाए जा रहे हैं, जो जल्द ही शुरू कर दिया जाएंगे। मेरी तरफ से सभी मेडिकल प्रोफेशनल, एमएस, डॉक्टर, नर्स, पैरा मेडिकल आदि का धन्यवाद है। दिल्ली के अंदर इतनी बड़ी लहर आई थी, इसका उन्होंने जमकर मुकाबला किया और लोगों की जान बचाई।
इस बार कोरोना की बहुत ही भयंकर लहर थी। अब काफी हद तक काबू में है, लेकिन हमें आगे की भी तैयारी करके रखनी है। लोग कह रहे हैं कि तीसरी लहर के आने की संभावना है, उसकी तैयारी के लिए हम अपना पूरा प्रयास कर रहे हैं। इस बार सबसे बड़ी दिक्कत ऑक्सीजन की रही थी। इसलिए हम लोग ऑक्सीजन का प्रबंध करने में लगे हुए हैं।