कठुआ में 8 साल की आसिफा बानो की गैंगरेप के बाद हुई हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच ने 8 आरोपियों को गिरफ़्तार कर बड़ा ख़ुलासा किया है। क्राइम ब्रांच ने अपनी शुरुआती जांच रिपोर्ट में कहा कि वारदात को खानाबदोश जनजातियों में डर पैदा करने और उन्हें कठुिआ से बाहर करने के लिए अंजाम दिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, रेप और हत्या का मास्टरमाइंड रिटायर्ड राजस्व अधिकारी संजी राम है।
जिसने इस वारदात को अपने बेटे, भतीजे और विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजूरिया के साथ मिलकर इसलिए अंजाम दिया बखेरवाल मुस्लिम समुदाय के लोगों में डर पैदा किया जा सके और उन्हें वहां से बाहर निकाला जा सके। संजी राम को बेटे विशाल और भतीजे के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजूरिया, सुरिंदर कुमार, प्रवेश कुमार, सहायक पुलिस इंस्पेक्टर और हेड कॉन्स्टेबल तिलक राज को भी सबूत नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि बच्ची की हत्या करने से पहले विशेष पुलिस अधिकारी खजूरिया ने कहा कि थोड़ा इंतजार करो, मैं भी बलात्कार करूंगा। जिसके बाद सभी ने बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार किया। फिर गला घोंटकर और सिर पर पत्थर से प्रहार कर उसकी हत्या कर दी और शव को जंगल में फेंक दिया। चार्जशीट के मुताबिक, पुलिस टीम ने केस से बचाने के लिए रेप के आरोपी नाबालिग की मां से डेढ़ लाख रुपए घूस भी ली।
बता दें कि बखेरवाल जनजातीय समुदाय की आठ साल की लड़की आसिफा बानो का शव 17 जनवरी को रसाना गांव के जंगल से बरामद किया गया था।। वह करीब एक सप्ताडह पहले जंगल में घोड़ों को चराने गई थी, जिसके बाद से लापता थी। सरकार ने 23 जनवरी को यह मामला राज्यस पुलिस के क्राइम ब्रांच को सौंप दिया था। आरोप है कि लड़की को बंधक बनाकर एक मंदिर में रखा गया और उसे ड्रग देकर तीन लोगों ने उसके साथ दुष्करर्म किया, जिनमें से एक किशोर भी है।