जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कश्मीर में भ्रष्टाचार और आतंकवादियों से सुरक्षाबलों के स्थान पर राज्य और देश को लूटने वालों को मार गिराने के लिए कहने वाले बयान पर सफाई दी है। उन्होंने न्यूज एजेंसी एनएनआई से कहा है कि मैंने जो कुछ भी कहा, वह यहां लगातार बढ़ते भ्रष्टाचार की वजह से आई हताशा और गुस्से में कहा था। राज्यपाल के रूप में मुझे ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था, लेकिन मेरी निजी सोच वही है, जो मैंने कहा कि बहुत से राजनेता और बड़े नौकरशाह भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं।
लद्दाख संभाग के करगिल में एक पर्यटन कार्यक्रम में मलिक ने कहा, ”ये लड़के जिन्होंने हथियार उठाये है वे अपने ही लोगों की हत्या कर रहे हैं, वे पीएसओ (निजी सुरक्षा अधिकारियों) और एसपीओ (विशेष पुलिस अधिकारियों) की हत्या कर रहे हैं। इनकी हत्या क्यों कर रहे हो? उनकी हत्या करो जिन्होंने कश्मीर की सम्पदा लूटी है। क्या तुमने इनमें से किसी मारा है?
बता दें कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को कहा था कि आतंकियों को हत्या ही करनी है तो वे निर्दोष लोगों के बजाए कश्मीर को लूटने वाले भ्रष्ट लोगों की हत्या क्यों नहीं करते हैं। कारगिल में आयोजित कारगिल-लद्दाख पर्यटन महोत्सव-2019 का उद्घाटन करते हुए राज्यपाल ने कहा था, “आतंकियों एसपीओ और पीएसओ समेत निर्दोष लोगों की हत्या क्यों करते हो? आपको इससे क्या लाभ मिलेगा?”
उन्होंने आगे कहा था, “अगर आपको हत्या ही करनी है तो आप देश और कश्मीर को लंबे समय से लूटने वाले भ्रष्टाचारियों की हत्या क्यों नहीं करते?” मलिक ने कहा कि आतंकियों में भारत सरकार की शक्ति को समाप्त करने की ताकत नहीं है। उन्होंने कहा था, “आपका संघर्ष बेकार है। आप बेकार में अपनी जानें गंवा रहे हैं।”
उन्होंने कहा था, “हमारा अनुमान है कि इस समय 125 विदेशी आतंकी समेत 250 आतंकी मौजूद हैं। मुठभेड़ों में विदेशी आतंकियों को मारने में दो दिन का समय लगता है जबकि स्थानीय आतंकियों को सिर्फ दो घंटे का वक्त लगता है। एलटीटीई कभी दुनिया में सबसे ताकतवर आतंकी संगठन था। आज वह कहां है?” उन्होंने कश्मीरी में जमीनी हालात बदलने को लेकर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि लोग अब शांति की बात करते हैं।
मलिक ने गृहमंत्री अमित शाह के घाटी के हालिया दौरे का जिक्र करते हुए कहा, “पिछले 30 साल में पहली बार देश के गृहमंत्री के कश्मीर के दौरे के समय कोई घटना नहीं हुई।