बेंगलुरु। कर्नाटक में पिछले कई दिनों से चल रहा सियासी नाटक लगातार जारी है। जहां कांग्रेस बागी विधायकों को मानने में जुटी हुई है तो वहीं बीजेपी लगातार आक्रमक होती जा रही है। मंगलवार को बीजेपी नेता अरविंद लिंबावली ने कहा कि, बुधवार को बीजेपी का हाई कमान प्रतिनिधि मंडल कर्नाटक के राज्यपाल से 1 बजे मुलाकात करेगी। वहीं बीजेपी के विधायकों ने बुधवार को विधानसभा के सामने विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।
मंगलवार को राज्य में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर मीडिया से बात करते हुए बीजेपी एमएलए अरविंद लिंबावली ने कहा कि, बीएस येदुरप्पा की अध्यक्षता में कर्नाटक बीजेपी के विधायकों की एक बैठक हुई थी जिसमें यह तय किया गया था कि जिला मुख्यालय पर कल सीएम के तुरंत इस्तीफे की मांग करते हुए विरोध प्रर्दशन किया जाएगा। आज हमने तय किया है कि कल 11 बजे सुबह विधान सोधा के सामने विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
पार्टी से निलबिंत किए जाने पर बोलते हुए बेग ने सोमवार को कहा था, जिस तरह से कांग्रेस ने मेरे साथ बर्ताव किया और मुझे सस्पेंड किया, उससे मैं आहत हूं क्योंकि मैंने कड़वा सच बोला। राज्य का नेतृत्व विफल रहा है, कोई जवाबदेही नहीं है। मैं ना तो मुंबई और ना ही गोवा जा रहा हूं, मैं बेंगलुरु में हूं। मैं एमएलए पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। वे (भाजपा) मेरे संपर्क में हैं। बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर रोशन बेग ने कहा था कि, क्यों नहीं, मैं ईमान नहीं बदल रहा। बीजेपी भी एक राजनीतिक दल है, उस में क्या बुराई है?
बता दें कि, कांग्रेस के पूर्व सरकार में मंत्री रह चुके बेग ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल और कर्नाटक के कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव को जिम्मेदार ठहराया। उधर विधायकों के इस्तीफों के बाद राज्य में सत्ता के आंकड़े बदल गए हैं। अभी तक 14 विधायक अपना इस्तीफा दे चुके हैं जिनमें से कांग्रेस के 11 विधायक और जेडीएस के तीन विधायक हैं। अगर इनका इस्तीफा स्वीकार होता है तो गठबंधन सरकार की संख्या विधानसभा में 102 हो जाएगा। वहीं बीजेपी के पक्ष में संख्या 107 है।