भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस वीडियो में विजयवर्गीय सरकारी अधिकारियों को धम’काते नजर आ रहे हैं। वीडियों में वह अधिकारियों को कह रहें हैं कि संघ के पदाधिकारी शहर में हैं, नहीं तो आज इंदौर में आ’ग लगा देता।
दरअसल, बीजेपी नेता इंदौर के डिविजनल कमिश्नर आकाश त्रिपाठी से मिलना चाहते थे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। जिसके बाद कैलाश विजयवर्गीय आपा खो बैठे और इंदौर को आग के हवाले करने की ध’मकी दे डाली।
कैलाश विजयवर्गीय शहर की समस्याओं को लेकर कमिश्नर के घर के बाहर धरने पर बैठे थे। विजयवर्गीय ने कहा कि हमसे मिलने के लिए अधिकारियों के पास समय नहीं है, इतने बड़े हो गए क्या। आक्रोश में आकर कैलाश विजयवर्गीय ने आग लगाने की ध’मकी दे डाली।
विजयवर्गीय ने कहा कि मैंने ऐसे 167 कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सूची प्रशासन को दी है जिन्होंने अवैध कब्ज़े कर रखे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई न कर बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है। इसी बीच आज भू-माफियाओं के ख़िलाफ जारी अभियान के बारे में चर्चा करने के लिए कैलाश विजयवर्गीय ने अधिकारियों को बुलाया था।
कांग्रेस ने साधा निशाना
कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि, ‘विजयवर्गीय के राज में 15 साल तक माफियाराज को पालने और पोषित करने का काम हुआ। भगवान को विजयवर्गीय को सदबुद्धि देना चाहिए। विजयवर्गीय को माफियाराज से पीड़ित जनता के दर्द को समझना चाहिए। मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि व्यवस्था में सधार के लिए विजय़वर्गीय को आगे आना चाहिए। प्रदेश में जहां भी माफियाराज पर कार्रवाई हो रही है भाजपाईयों तकलीफ हो रही है।’
आपको बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र विधायक आकाश विजयवर्गीय का भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें आकाश विजयवर्गीय अधिकारी को बैट से पीटते हुए नज़र आ रहे थे। जिसके बाद सोशल मीडिया से लेकर संसद की गलियारों तक काफी बवाल मचा था।