नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस की शर्मनाक हार हुई, उसके बाद पार्टी के बीच लगातार इस्तीफों का सिलसिला नहीं थम रहा है। खुद राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उनके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सिंधिया ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, बता दें कि उन्हें लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी का महासचिव बनाया गया था।
चुनाव में हार के बाद लगातार तमाम नेता हार की जिम्मेदारी लेने से बचते आ रहे थे, ऐसे में राहुल गांधी ने सख्त तेवर दिखाते हुए खुद पार्टी के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया। आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी, यहां तक कि खुद राहुल गांधी अमेठी से स्मृति ईरानी के खिलाफ चुनाव हार गए थे। यही नहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया भी खुद इस लोकसभा चुनाव में हार गए थे।
गौर करने वाली बात यह है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा प्रभारी महासचिव दीपक पावरिया ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा ने भी विधिक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से अपना इस्तीफा दे दिया था। हालांकि इन लोगों के इस्तीफों को अबी तक स्वीकार नहीं किया गया है, इनके इस्तीफों को कांग्रेस के नए अध्यक्ष स्वीकार करेंगे, तबतक ये तमाम पदाधिकारी अपने पद पर बने रहेंगे।
इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए अब इंडियन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष केशव चंद यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। केशव चंद यादव ने हार कि जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी को एक चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि मैं 2019 लोकसभा चुनावी में पार्टी की हार की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और अपने वर्तमान पद से इस्तीफा दे देता हूं।