जोधपुर: सालों से चले आ रहे बलात्कार के मामले में जेल में बंद स्वयंभू संत आसाराम और उसके भक्तों की उमीदों पर आज पानी फिर गया। कोर्ट ने बलात्कार के मामले में सुनवाई करते हुए आसाराम को दोषी करार दिया। आसाराम के साथ-साथ कोर्ट ने उसकी राजदार शिल्पी और शरतचंद्र को भी दोषी ठहराया है जब कि सेवादार शिवा और रसोइया प्रकाश को बरी कर दिया है।
कोर्ट का फैसला आने के बाद आसाराम के समर्थकों में भारी निराशा और रोष पाया गया। आसाराम के वकील भी कोर्टरूम में माननीय जज के सामने कम से कम सजा दिए जाने के के लिए दलीलें देते दिखे। आसाराम को दोषी ठहराने के बाद पीड़िता के पिता ने खुशी जाहिर की है और कहा है “हमें इंसाफ मिला है, जिन लोगों ने इस लड़ाई में हमारा साथ दिया है हम उन सभी का शुक्रिया करते हैं, हमें उम्मीद है कि आसाराम को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलेगी” । आपको बता दें कि बाबा जी के खिलाफ धारा 342, 376, 506 और 509 के तहत केस दर्ज हैं। इसके अलावा पॉक्सो एक्ट भी लगा।
फैसला आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने देह के तीन राज्यों राजस्थान, हरियाणा और गुजरात में सुरक्षा प्रबंध कड़े कर दिए हैं। इस मामले में कोर्ट ने पहले ही के निर्देश पर राजस्थान, हरियाणा और गुजरात में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। फैसले से पहले ही जोधपुर में आसाराम के 6 समर्थकों को पकड़ा गया है और शहर से बहार भेज दिया गया है। इसके इलावा आश्रमों के बाहर भी पुलिस की गतिविधि बढ़ा दी गई है। जोधपुर में खुद DCP सुरक्षा पर नज़र बनाए हुए हैं और शहर के सुरखा इंतजामों का जायज़ा ले रहे हैं।
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