जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुए ह’मले के लिए जेएनीयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने आरएसएस और एबीवीपी को जिम्मेदार ठहराया है। आइशी ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आरएसएस से जुड़े प्रोफेसर्स 4-5 दिन से हमारे आंदोलन को खत्म करने के लिए यूनिवर्सिटी में हि’सां भड़का रहे थे। उन्होंने कहा कि हमले के लिए पहले से प्लानिंग की गई थी और वे लोगों को बाहर निकल-निकालकर ह’मला कर रहे थे।आइशी ने कहा कि जेएनयू सिक्योरिटी और हमलावरों के बीच साठ-गांठ थी, जिसकी वजह से उन्होंने हिं’सा रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। हमारी मांग है कि यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर को तुरंत हटाया जाए।
बता दें कि रविवार की रात जेएनयू कैंपस में जबरदस्त घंटों तक तोड़फोड़ चली। इस दौरान कैंपस में भय और डर का माहौल बन गया था। शाम को करीब 4 बजे से शुरू हुआ दो पक्षों का मामूली सा विवाद काफी हद तक बढ़ गया। इसके बाद नकाबपोश लोगों ने हथियार लेकर छात्रों से लेकर शिक्षकों के साथ जमकर मारपीट की। इस हिंसा में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आईशी घोष के सिर पर गंभीर चोट आईं।
जेएनयू हिं’सा मामले पर प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, कपिल सिब्ब्ल, अखिलेश यादव, सीताराम येचूरी, सलमान खुर्शीद, रणदीप सुरजेवाला और मायावती समेत कई राजनेताओं के बयान सामने आए हैं। बसपा अध्यक्ष मायावती ने हिंसा की इस घटना को शर्मनाक बताया तो कपिल सिब्ब्ल ने हिंसा मामले की जांच की मांग की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने हिं’सा मामले पर सवाल उठाते हुए कहा कि नकाबपोश लोगों को कैंपस में कैसे घुसने दिया गया। वाइस चांसलर ने क्या किया और पुलिस क्यों मूकदर्शक बनकर खड़ी रही।