नई दिल्ली: हॉस्टल फीस में भारी इजाफे के चलते दिल्ली के जेएनयू-प्रशासन और छात्रों के बीच टकराव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बढ़ी हुई फीस पूरी तरह वापस लेने की मांग के साथ जेएनयू के छात्र आज संसद तक मार्च कर रहे हैं। सके साथ ही कई जगहों पर पुलिस के कथित लाठीचार्ज में कुछ छात्र घायल भी हो गए और कई को हिरासत में ले लिया गया। कथित लाठीचार्ज से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
फिलहाल प्रदर्शनकारियों को सफदरजंग मकबरे के पास पुलिस ने रोक दिया है। छात्रों ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया है। कई छात्र नेताओं को हिरासत में लिया गया है। लाठीचार्ज की बात पर दिल्ली पुलिस पीआरओ मंदीप एस रंधावा ने कहा ‘हम छात्रों की मांगों को लेकर उनसे बात करने की कोशिश के साथ उन्हें कानून अपने हाथ में नहीं लेने की सलाह दे रहे हैं। लाठी चार्ज के आरोपों की हम जांच करेंगे।
कुछ छात्रों ने बताया कि पुलिस ने उनको लाठियों से पीटा, जिसके कारण कई बच्चे अस्पताल में एडमिट हैं। कुछ जेएनयू के छात्रों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली है कि सडकों पर स्ट्रीट लाइटें बंद करा दी गईं हैं और पुलिस उनको लाठियों से पीट रही है।
मालूम हो कि आज सुबह छात्र-छात्राओं का मार्च जेएनयू नॉर्थ गेट का बैरिकेट तोड़कर ढपली बजाते हुए और नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ा। इस प्रदर्शन के दौरान स्टुडेंट फीस में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में काफी संख्या में जेएनयू स्टुडेंट के छात्र गेट की ओर बढ़ते रहे। गेट पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
वहीं सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के लिए दिल्ली पुलिस ने नौ कंपनी फोर्स लगाई हैं। इनमें पैरामिलिट्री फोर्स भी शामिल है। वहीं, सुरक्षा के चलते करीब 1200 पुलिस कर्मी ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं, जिनमें दिल्ली पुलिस भी शामिल है। बता दें कि जेएनयू (JNU) प्रशासन की ओर से हॉस्टल फीस बढ़ाने के विरोध में जेएनयू के स्टुडेंट पिछले तीन सप्ताह से भी ज्यादा समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।