रांची: लालू यादव की राजनीति का सूरज चमकने के बाद अब ढलने लगा है। वे उम्रदराज हो चुके हैं। सजायाफ्ता होने से पंगु हो गये हैं। अब उनके नाम का भी असर नहीं। झारखंड विधानसभा चुनाव में तेवर दिखाने के बाद लालू यादव को अंत में झुकना पड़ा।
झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने लालू को बैकफुट पर खेलने के लिए मजबूर कर दिया। लालू ने सबसे पहले 14 सीटों पर चुनाव लड़ने का एकतरफा एलान कर के झामुमो और कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। यहां तक कि सिम्बल पर उन्होंने दस्तखत भी कर दिये थे। लेकिन जब महागठबंधन के सबसे बड़े दल झामुमो ने उन्हें पिछले चुनाव का आईना दिखाया तो लालू झुकने पर मजबूर हो गये। कड़वा घूंट पी कर लालू केवल सात सीटों पर ही लड़ने के लिए राजी हो गये।
वह प्रदेश भर में पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगी। आरजेडी की ओर से जारी की गई स्टार प्रचारकों की लिस्ट में राबड़ी शीर्ष पर हैं।
इनके अलावा लालू परिवार के तेज प्रताप, तेजस्वी यादव और मीसा भारती भी पार्टी के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं। आरजेडी के उपाध्यक्ष और पार्टी के राज्य चुनाव समिति के संयोजक राजेश यादव ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रचार अभियान की तिथियां फिलहाल तय नहीं हैं।
गौरतलब है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव जेल में हैं। राबड़ी अभी तक रांची जेल में बंद लालू से मिलने एक बार भी नहीं गई हैं। बता दें कि झारखंड में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में चुनाव होंगे। दूसरे, तीसरे और चौथे चरण का चुनाव क्रमशः 7 दिसंबर, 12 दिसंबर और 16 दिसंबर की तारीख में होगा। नतीजे 23 दिसबंर को घोषित किए जाएंगे।