नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बाद जिस तरह से कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने बयानबाजी की, उसके बाद जेडीएस चीफ एचडी देवगौड़ा ने सोमवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर कर्नाटक में मिड टर्म चुनाव होते हैं तो उनकी पार्टी बिना किसी गठबंधन के चुनाव लड़ेगी। देवगौड़ा ने कहा कि इस तरह की संभवना है कि प्रदेश में मिड टर्म चुनाव हो सकते हैं, अगर ऐसा होता है तो हम बिना किसी के साथ गठबंधन के चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हम फिर से वह गलती नहीं दोहराएंगे, अब हर चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेंगे।
कर्नाटक में पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव के बाद दोनों ही दलों ने गठबंधन किया और सरकार बनाई थी और एचडी कुमारस्वामी को प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाया गया था। दिलचस्प बात है कि जेडीएस को महज 37 सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन मुख्यमंत्री का पद पार्टी को मिला था। राष्ट्रीय चनाव में कांग्रेस और जेडीएस ने एक साथ मिलकर चुनाव लड़ा, लेकिन सिर्फ दो सीटों पर ही उन्हें जीत मिली। नतीजों के बाद 16 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, जिसके चलते बाद में सरकार विश्वास प्रस्ताव हार गई और गठबंधन की सरकार गिर गई थी।
स्पीकर रमेश कुमार ने कुल 17 विधायकों को अयोग्य करार दे दिया था, जिसमे से 13 विधायक कांग्रेस और तीन विधायक जेडीएस के थे, जबकि एक विधायक निर्दलीय था। पिछले महीने एचडी देवगौड़ा ने कहा था कि कांग्रेस ने बिना सिद्धारमैया की सलाह लिए उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाया था, कांग्रेस का यह फैसला सही नहीं था। जिसके बाद कांग्रेस ने इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि उनका यह बयान राजनीति से प्रेरित है।