महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जामिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में पुलिसिया कार्रवाई की तुलना जलियांवाला बाग से की है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि युवाओं में बम जैसी ताकत होती है, उन्हें मत भड़काएं।
उन्होंने कहा है कि जामिया मिलिया इस्लामिया जो हुआ है, वह जालियांवाला बाग तरह है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि छात्र एक ‘युवा बम’ की तरह होते हैं। इसलिए केंद्र सरकार से मेरा अनुरोध है कि वे छात्रों के साथ ऐसा व्यवहार न करें। इससे पहले जामिया हिं’सा पर शिवसेना के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त कर चुके हैं। शिवसेना नागरिकता संशोधन कानून और NRC को लेकर पहले से ही हम’लावर है।
वहीं राष्ट्रीय राजधानी स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास स्थित न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ रविवार के विरोध प्रदर्शन के दौरान सड़कों पर वाहनों को आग लगाए जाने की घटना में संलिप्तता के लिए कम से कम 10 लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जामिया में क्या हुआ?
रविवार को दक्षिण दिल्ली में नाराज भीड़ ने पुलिसकर्मियों, आम नागरिकों और मीडिया को निशाना बनाया था। भीड़ ने दक्षिणी दिल्ली को कब्जे में ले लिया। प्रदर्शनकारियों के हिं’सक होने और पुलिस के साथ झड़प के पांच घंटे बाद पुलिस ने जामिया नगर में फ्लैग मार्च किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे। हिं’सक भीड़ ने पुलिसकर्मियों की बड़ी टुकड़ी से संघर्ष किया और मीडिया पर भी पथराव किया।